चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के गोइलकेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत कुईड़ा के सृजन कोचा के रास्ते में लगभग 1 बजे सीआरपीएफ जावनों के लिए ट्रैक्टर से सामग्री ले जाने के क्रम में आईईडी ब्लास्ट हुआ. इस घटना की पुष्टि पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने की है. इस ब्लास्ट में ट्रैक्टर का ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गया और हेल्पर की मृत्यु हो गई.
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जानकारी के अनुसार मंगलवार की दोपहर लगभग एक बजे ट्रैक्टर से कैम्प बनाने की सामग्री नक्सल प्रभावित क्षेत्र गोईलकेरा थाना क्षेत्र कुईड़ा से हाथिबुरु जाने के क्रम में सृजन कोचा के समीप आईईडी ब्लास्ट हो गया. इस ब्लास्ट की चपेट में आने से ट्रैक्टर चालक पकलु बोदरा उम्र लगभग 26 वर्ष एवं हेल्पर लोबो गोप उम्र लगभग 25 वर्ष गंभीर रूप से जख्मी हो गए.
घटना की सूचना प्राप्त होते ही चाईबासा पुलिस एवं सीआरपीएफ 60BN के साथ समन्वय स्थापित करते हुए गंभीर रूप से घायल पकलु बोदरा एवं लोबो गोप को ग्रामीणों के सहयोग से घटना स्थल से निकाला गया. सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सोनुवा में प्राथमिक उपचार कराते हुए बेहतर ईलाज के लिए सदर अपस्ताल, चाईबासा लाया गया और इलाज के क्रम में अत्यधिक रक्त रिसाव होने के कारण हेल्पर लोबो गोप की मृत्यु हो गयी है. जख्मी ट्रैक्टर चालक पकलु बोदरा की स्थिति स्थिर हैं. जो सदर अपस्ताल, चाईबासा में ईलाजरत है. इस पूरे घटना क्रम में चाईबासा पुलिस एवं सभी सुरक्षा बल इस घटना में इनके मृत्यु पर गहरी संवेदना प्रकट की है.
गौरतलब है कि नक्सलियों के हमले से नवंबर 2022 से मई 2023 तक 18 जवान घायल हो गए थे. वहीं इस हमले में 10 गांव वालों की जान चली गई. पुलिस लगातार नक्सलियों पर नकेल कसने को लेकर प्रयास कर रही है. बावजूद नक्सली रह-रह कर घटनाओं को अंजाम देते आए हैं. नक्सली खुद को पुलिस से बचने के लिए जंगल का सहारा लेते हैं. वहीं गांव वालों की आड़ में नक्सल गतिविधियों को अंजाम देते रहते हैं.
अगर चाईबासा की बात करें तो फरवरी 2023 से मार्च 2023 तक नक्सलियों के हमले में तीन ग्रामीणों की मौत हो गई वहीं इतने ही ग्रामीण इस दौरान घायल भी हो गए. चाईबासा के जंगल का सहारा लेकर अक्सर नक्सली आतंक फैलाते आए हैं.