रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का आज आखिरी दिन है. सदन में बीजेपी बघेल सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई है. शराब घोटाला, लॉ एंड ऑर्डर की बिगड़ती स्थिति, कोयला घोटाला, पीएम आवास योजना में गड़बड़ी और कर्मचारियों के हड़ताल के मुद्दे पर बीजेपी बघेल सरकार को घेर रही है. अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच काफी गहमागहमी देखने को मिली.
बघेल सरकार कई मोर्चे पर विफल: अविश्वास प्रस्ताव पेश करते हुए बीजेपी ने बघेल सरकार पर कई मोर्चों पर विफल होने का आरोप लगाया. बीजेपी ने बघेल सरकार पर युवाओं और संविदाकर्मियों को धोखा देने की बात कही है. अविश्वास प्रस्ताव के बहस की शुरुआत करते हुए नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने 109 बिंदुओं वाला आरोप पत्र सदन में पेश किया.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब दे सरकार: नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि" हमने107 बिंदुओं पर अविश्वास प्रस्ताव सदन में प्रस्तुत किया है. कायदा ये है कि हमारे एक-एक बिंदुओं का जवाब देना चाहिए. लेकिन दुर्भाग्य यह है कि वे कभी मणिपुर ले जाते हैं अविश्वास प्रस्ताव को कभी दिल्ली ले जाते हैं. घूमाने के लिए महामहिम राज्यपाल के पास ले जाते हैं इसमें हम लोगों ने जिक्र ही नहीं किया अविश्वास प्रस्ताव पर बिंदुवार चर्चा होती है."
हमने सरकार की कारगुजारियों को उजागर करने का काम किया: नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि" हमारे अविश्वास प्रस्ताव का आशय ये है. पौने चार साल में सरकार की जो कारगुजारी है जो करप्शन किया है छत्तीसगढ़ में आम आदमी के साथ जो अन्याय और अत्याचार हुआ है. अविश्वास प्रस्ताव उसका प्रतिबिंब है. उसका आईना है और उस आईने को हमने विधानसभा में रखा है. ये तुम्हारा आईना है. जरा शीशे को साफ करो और अपना चेहरा देखो. ये दोष शीशे को देते हैं. अपने चेहरे को नहीं. हम मुख्यमंत्री जी से कहने वाले हैं कि, आप आईना साफ कर लो ये सरकार का चेहरा इतना बदरंग हो गया है.अब शीशा भी मना कर रहा है मुझे मत देखो"
बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने की बहस की शुरुआत: बघेल सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने बहस की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि" यह अविश्वास प्रस्ताव इसलिए लाया गया है. क्योंकि यह सरकार बहरी और गूंगी हो गई है. यह लोकतंत्र की हत्यारी सरकार बन गई है. युवाओं के खिलाफ बघेल सरकार द्वारा किए गए अत्याचार ब्रिटिश शासकों द्वारा किए गए अत्याचारों से कहीं अधिक हैं"
फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले में नहीं हुई कार्रवाई: बघेल सरकार में फर्जी जाति प्रमाण पत्र का उपयोग करके सरकारी नौकरी पाने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है. इस मुद्दे पर मांग को लेकर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय के पुरुषों द्वारा इस सप्ताह की शुरुआत में नग्न विरोध प्रदर्शन किया गया. युवाओं को कपड़े उतारने पड़ते हैं.
''कांग्रेस सरकार राज्य का विकास नहीं कर सकती, बल्कि वह आत्म कल्याण में लगी रहती है. सीएम को न तो अपने कैबिनेट सहयोगियों पर भरोसा है और न ही अपने पार्टी प्रमुख पर जबकि मंत्रियों को सीएम पर भरोसा नहीं है. विधायक ,मंत्री के ऊपर जान से मारने का आरोप लगाता है.यह सरकार गरीबों को मकान नहीं दे पा रही है. यह सरकार गरीबों के घरों में नल नहीं लगा पा रही है"- बृजमोहन अग्रवाल, विधायक, बीजेपी
अवैध रेत उत्खनन पर बृजमोहन अग्रवाल ने बोला हमला: बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ में अवैध रेत उत्खनन के मुद्दे पर भी बघेल सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि" छत्तीसगढ़ की नदियों को रेत चोरों के हवाले कर दिया गया है. छत्तीसगढ़ की नदियों का सीना चीर कर रेत माफिया लूट मचा रखे हैं. रेत खदान में छत्तीसगढ़ की तीन बेटियां समा जाती है. यह सरकार उनकी हत्या की दोषी है. मोहन मरकाम जी, आप तो इसी सदन में सरकार पर डीएमएफ के पैसे में घोटाला करने का आरोप लगा रहे थे.राज्यपाल के अभिभाषण पर कृतज्ञता प्रस्तुत कर सदन छोड़ चले गये थे. फिर क्या मजबूरी थी कि आप 3 माह के लिए झुनझुना पकड़ने तैयार हो गये."
बृजमोहन अग्रवाल ने सदन में पेश की कविता: सदन में प्रेमसाय सिंह को मंत्री पद से हटाए जाने का मुद्दा भी गूंजा. बृजमोहन अग्रवाल ने कथित शराब घोटाले समेत भ्रष्टाचार को लेकर भी कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा. इस दौरान बृजमोहन अग्रवाल के आरोपों पर सत्ता पक्ष से बहस भी हुई. बृजमोहन अग्रवाल ने सदन में अपने भाषण को कविता के साथ समाप्त किया. उन्होंने कहा कि "लूटा तूने भूपेश लाखों बच्चों के सपनों को,दिल्ली वालों को खुश करने लूटा तूने अपनों को, करवट लेती ,अब प्रदेश की जनता तेरी झूठी वादों से, पुनः प्रदेश खुशहाल करेगी भाजपा अपने मजबूत इरादो से"
सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाने पर बृजमोहन ने ली चुटकी: अविश्वास प्रस्ताव में भाषण के दौरान बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल ने टीएस सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाए जाने पर चुटकी ली. उन्होंने कहा कि "बच्चे को चुप कराने के लिए लॉलीपॉप दिया जाता है. वैसे ही टीएस सिंहदेव को यह पद दिया गया है. हमारे संविधान में उपमुख्यमंत्री का कोई पद नहीं है. जो मंत्री रहते हुए साढ़े चार साल में अपनी मन मर्जी से कुछ नहीं कर पाए. वह अब तीन महीने में क्या करेंगे. यह सरकार अपने अंतर्विरोधों से टूट कर गिर जाएगी. सत्ता पक्ष अपने कमियों और खामियों को बर्दाश्त करने की स्थिति में नहीं है. मंत्री पीसीसी चीफ के निर्देश को नहीं मानते है. संसदीय मंत्री केंद्र की सरकार की बात कर रहे थे. यह अविश्वास प्रस्ताव बघेल सरकार के खिलाफ आया है. मुख्यमंत्री विधायक मंत्री को उकसा रहे हैं चर्चा होने नहीं दे दे रहे हैं. मुख्यमंत्री सदन को सही संचालित करना होता है तो चुप बैठे रहते है ,जब घिरते हैं तो बोलने लगते हैं"
सिंहदेव ने कहा डिप्टी सीएम कोई संवैधानिक पद नहीं: बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर जवाब देते हुए डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा कि" संविधान में डिप्टी सीएम नाम का कोई पद नहीं है. यह बात सच है. लेकिन सभी पद की गरिमा होती है. हमने भाषा को लेकर आपत्ति दर्ज की थी. उनकी भाषा सही नहीं थी. डिप्टी सीएम का कोई पावर नहीं होता. यह तो प्रोटोकॉल होता है. यह चुटकी लेने की बात है. लेकिन उन्होंने जो भाषा का इस्तेमाल उन्होंने किया. वह ठीक नहीं था. अविश्वास प्रस्ताव में दम नहीं है. अविश्वास प्रस्ताव का उदेश्य मीडिया में आने का एक तरीका हो सकता है. सदन में गलत भाषा का इस्तेमाल हो. यह सही नहीं है."
स्कूली शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे ने किया पलटवार: बीजेपी की तरफ से बृजमोहन अग्रवाल के आरोपों पर स्कूली शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि" विधानसभा सत्र के आखिरी दिन अविश्वास प्रस्ताव भाजपा लेकर आई है. 109 बिंदु पर प्रस्ताव लाए गए हैं. लेकिन एक घंटे सिर्फ निर्वस्त्र प्रदर्शन पर बात किए. सरकार को कटघरे में खड़े करना था एक भी बिंदु पर चर्चा नहीं कर पाए. "
बघेल सरकार ने छत्तीसगढ़िया राज्य गीत बनाया: रविंद्र चौबे ने कहा कि "बघेल सरकार ने राज्य में छत्तीसगढ़िया राज्य गीत बनाने का काम किया. खान पान और तीज त्यौहार को सम्मान देने का काम किया है. बीजेपी अवसाद में अविश्वास प्रस्ताव लाने का काम कर रही है. इस अविश्वास प्रस्ताव में कोई दम नहीं है. केवल औपचारिकता के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाने का काम किया गया है. छत्तीसगढ़ के हितों में बात करने की हिम्मत दिल्ली से आप लोगों की नहीं हो पाई. पीएम आए थे और किसानों के मुद्दे पर असत्य बोल कर चले गए. हम जब चावल देते हैं तब केंद्र पैसा देती है. धान के लिए केंद्र पैसा नहीं देती है."
मोहम्मद अकबर का बीजेपी पर निशाना: अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने सदन में बीजेपी पर हमला किया. अकबर ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर बिना नाम लिए प्रहार करते हुए कहा कि" बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं जो पहले छत्तीसगढ़ के प्रभारी थे. उन्होंने कहा था 1 साल तक चावल की दलाली खाना बंद कर दो तो सरकार वापस आ जाएगी. आज जो स्थिति हो गई सब देख रहे हैं. विपक्ष ने सिर्फ वन घोटाला लिखा है. लेकिन छत्तीसगढ़ में वन क्षेत्रों में वृद्धि हुई है. 109 वर्ग किलोमीटर की बढ़ोत्तरी हुई है. विपक्ष ने 44 घोटाले और 110 आरोप पत्र लिखकर दिया है. यह तर्कहीन है. बैरियर लगने की वजह से सलाना 211 करोड़ रुपये का राजस्व मिल रहा है.
छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र इस सेशन का आखिरी सत्र है. इसके बाद राज्य में चुनाव होंगे. फिर नई विधानसभा का गठन होगा. लेकिन आखिरी सत्र में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच बहस से सदन का पारा गर्म हो गया है.