नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने राज्यों को यह सुनिश्चित करने का सुझाव दिया है कि स्पुतनिक वी टीका उपलब्ध करा रहे निजी टीकाकरण केंद्र टीके की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ लाभार्थियों तक इसकी दूसरी और एहतियाती खुराक के लिए पहुंच बनाएं. राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने गुरुवार को कहा कि देखने में आया है कि जिन लोगों को स्पुतनिक वी टीके की एहतियाती खुराक लेनी है, उनकी संख्या की केवल 0.5 प्रतिशत की प्राप्ति की गई है.
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय को इस रूसी टीके की एहतियाती खुराक के बारे में प्रश्न प्राप्त हुए हैं. भूषण ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को पांच मई को भेजे एक ईमेल का जिक्र किया जिसमें उल्लेख है कि टीके की दो खुराक लगवाने वालों को स्पुतनिक वी के कंपोनेंट 1 का इस्तेमाल करते हुए निजी कोविड टीकाकरण केंद्रों में एहतियाती खुराक दी जा सकती है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने पत्र में कहा, 'जिन लाभार्थियों को स्पुतनिक वी वैक्सीन की दो खुराकें मिली हैं, उन्हें निजी तौर पर स्पुतनिक वी (कमपोनेंट आई) का उपयोग करके 9 महीने या 39 सप्ताह पूरे होने के बाद कोविड टीकाकरण केंद्र (सीवीसी) एहतियाती खुराक दी जा सकती है.'
भूषण ने छह जुलाई के एक आदेश का जिक्र करते हुए कहा कि दूसरी और तीसरी खुराकों के बीच अंतराल को अब सभी टीकों के लिए घटाकर छह महीने या 26 सप्ताह कर दिया गया है. इस टीके के लाभार्थी बूस्टर खुराक लें, इसके लिए इसकी प्राप्ति को बढ़ाने के लिहाज से स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों से स्पुतनिक वी टीके (कंपोनेंट 1) की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा निजी कोविड टीकाकरण केंद्रों की सक्रियता सुनिश्चित करने को कहा है.
मंकीपॉक्स के प्रति किया आगाह : राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे एक अन्य पत्र में भूषण ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को मंकीपॉक्स रोग के बारे में आगाह किया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में इस साल 1 जनवरी से जून तक कुल 3413 मामलों की पुष्टि हुई है. 50 देशों और क्षेत्रों से डब्ल्यूएचओ को एक मौत की सूचना मिली है. भूषण ने अपने पत्र में कहा, 'चूंकि कोविड-19 महामारी लगातार चुनौतियों का सामना कर रही है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरों के बारे में जागरूक और सतर्क रहें और उनसे निपटने के लिए खुद को सक्रिय रूप से तैयार करें.' भूषण ने कहा कि केंद्र हमेशा राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों का समर्थन करने के लिए तैयार है लेकिन सभी राज्यों को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त और प्रभावी कदम उठाने चाहिए.
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