नई दिल्ली: केंद्रीय जल आयोग (CWC) ने बुधवार को असम में बुरिदेहिंग और ब्रह्मपुत्र सहित दो प्रमुख नदियों का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर बहने के साथ राज्य में ऑरेंज चेतावनी जारी की. इसी तरह बिहार में भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. सीडब्ल्यूसी के अनुसार, तिनसुकिया जिले में बुरिदेहिंग और सोनितपुर और जोरहाट जिले में ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
सीडब्ल्यूसी ने कहा, 'हालांकि, अन्नपूर्णाघाट में बराक, करीमगंज में कुशियारा और बेकी रोड पुल पर बेकी का जल स्तर स्थिर है और बदरपुरघाट में कोपिली, बराक का जल स्तर गिर रहा है.' ऐसा ही हाल बिहार में देखने को मिला है. सीडब्ल्यूसी ने कहा कि चारघरिया में महानंदा, अररिया में परमान, ढेंग्राघाट में महानंदा, झंझारपुर में कमलाबन और बीरपुर में कोसी नदी का जल स्तर भी बढ़ रहा है.
इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 24 घंटों में असम और अन्य सभी पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में छिटपुट स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा के साथ बहुत भारी वर्षा की भी संभावना जताई गई है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के आपदा प्रबंधन प्रभाग द्वारा एकत्र की गई रिपोर्ट के मुताबिक असम के 28 जिलों के 2389 गांव पिछले 24 घंटों में बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. इस वजह से कम से कम 2492913 लोग प्रभावित हुए हैं, वहीं पांच लोगों की जान चली गई.
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रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा मानसून सीजन में बाढ़ और भूस्खलन की वजह से असम में अब तक 139 लोगों की मौत हो चुकी है. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि हिमाचल प्रदेश, बिहार, गुजरात, मेघालय, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में बाढ़, भूस्खलन, बिजली गिरने की घटनाएं वर्तमान मानसून के मौसम में हो सकती हैं. वर्तमान मानसून के दौरान हिमाचल प्रदेश में अब तक 163 लोगों की मौत हो चुकी है, महाराष्ट्र में 60, मेघालय में 36, बिहार में 46, गुजरात में 36 लोगों की मौत हुई है.