नई दिल्ली : केरल के कोझिकोड जिले में 12 वर्षीय बच्चे की निपाह वायरस संक्रमण के कारण मौत के बाद केंद्रीय दल को राज्य में भेजा गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी दी.
पीड़ित लड़के के शरीर से नमूने लिए गए थे और उन्हें पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजा गया था जहां उसमें निपाह वायरस की मौजूदगी की पुष्टि हुई है. बता दें कि चार दिन पहले तेज बुखार की वजह से बच्चे काे अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां शनिवार रात बच्चे की तबीयत ज्यादा खराब हाे गई. जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह बच्चे की माैत हाे गई.
केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र के दल को केरल भेजा है जो रविवार को पहुंच जाएगा. मंत्रालय ने कहा कि यह दल राज्य को तकनीकी सहायता प्रदान करेगा.
केंद्र ने कुछ तात्कालिक लोक स्वास्थ्य कदम उठाने का परामर्श दिया है जिसमें पीड़ित लड़के के परिवार, अन्य परिवारों, गांव तथा समान भौगोलिक स्थिति वाले इलाकों खासकर मल्लापुरम में संक्रमण के मामलों की तलाश करना शामिल है.
इनमें, लड़के के करीब रहे लोगों के संपर्क में बीते 12 दिन में आए लोगों को खोजना, संपर्क में आए लोगों और संदिग्धों को पृथक-वास में रखना और प्रयोगशाला में जांच के लिए नमूनों को संग्रहित करना और जांच के लिए भेजना शामिल है.
बताया जा रहा है चमगादड़ जब फलों को खाता है तो उसकी लार उन फलों पर लग जाती है. इसी से निपाह वायरस फैलता है.
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केरल के कोझिकोड और मल्लापुरम जिलों में 2018 में निपाह वायरस संक्रमण फैला था. दक्षिण भारत में पहला निपाह वायरस का केस प्रकोप केरल के कोझीकोड जिले से 19 मई, 2018 को दर्ज किया गया था. 1 जून, 2018 तक 18 मौतें और 18 पुष्ट मामले सामने आए.