देहरादून : पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि 2-3 दिन से अमरिंदर सिंह के जो बयान आए हैं उससे लगता है कि वो किसी प्रकार के दबाव में हैं. सत्तारूढ़ दल(भाजपा) जिसको पंजाब के किसान, पंजाब के लोग पंजाब का विरोधी मानते हैं, वे अमरिंदर सिंह को मुखौटे के रूप में इस्तेमाल करना चाहते हैं.
मैं फिर से कहना चाहता हूं कि अभी तक कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जो बातें कहीं हैं उन पर फिर से विचार करें और भाजपा जैसी किसान विरोधी, पंजाब विरोधी पार्टी को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तरीके से मदद न पहुंचाएं.
हरीश रावत ने मीडिया से बातचीत में कहा, रिपोर्टों में कोई तथ्य नहीं हा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह का कांग्रेस ने कैप्टन का अपमान किया. उनके हालिया बयानों से लगता है कि वे किसी तरह के दबाव में हैं. कैप्टन को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर बीजेपी की मदद नहीं करनी चाहिए.
बता दें कि, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बृहस्पतिवार को अपने नयी राजनीतिक पारी शुरू करने का स्पष्ट संकेत देते हुए कहा कि वह अब कांग्रेस में नहीं रहेंगे और पार्टी से इस्तीफा दे देंगे क्योंकि ऐसे दल में वह नहीं रह सकते जहां उन्हें अपमानित किया जाए और उन पर विश्वास न किया जाए.
साथ ही, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया था कि वह भाजपा में शामिल नहीं होंगे.
इस घोषणा के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने ट्विटर हैंडल के परिचय से कांग्रेस का उल्लेख भी हटा दिया.
उनकी इस घोषणा से स्पष्ट हो गया है कि वह आने वाले दिनों में कांग्रेस और भाजपा से इतर किसी तीसरे राजनीतिक दल के साथ जा सकते हैं या फिर अपनी पार्टी बना सकते हैं. पंजाब में कुछ महीने बाद ही विधानसभा चुनाव है.
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सिंह ने एक बयान में कहा, मैं भाजपा में शामिल नहीं हो रहा, लेकिन कांग्रेस छोड़ दूंगा. ऐसी पार्टी में मैं नहीं रह सकता जहां मेरा अपमान हो और मुझ पर विश्वास न किया जाए.
सिद्धू के साथ टकराव के बाद अमरिंदर सिंह ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. उनके बाद चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया. सिद्धू ने मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया.