विशाखापत्तनम : वाईएसआरसीपी सांसद एमवीवी सत्यनारायण (Visakhapatnam MP MVV Satyanarayana) ने अपनी व्यावसायिक गतिविधियों को हैदराबाद शिफ्ट करने का फैसला लिया है. परिवार के सदस्यों के अपहरण मामले के बाद उन्होंने ये महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. खबर है कि वह विशाखापत्तनम छोड़कर हैदराबाद से अपनी सभी कारोबारी गतिविधियों को जारी रखना चाहते हैं. इस बात का जिक्र उन्होंने अपने करीबियों से भी किया है.
मालूम हो कि 13 जून को छह लोगों ने एमपी एमवीवी के घर पर ही उनके बेटे सारथ, पत्नी ज्योति, वाईसीपी नेता और प्रमुख ऑडिटर जेवी का अपहरण कर लिया था. इस पूरे मामले ने राज्य में सनसनी मचा दी थी. इस घटना के बाद सांसद ने अहम फैसला लिया है. उनके विशाखापत्तनम छोड़कर तेलंगाना जाने की उम्मीद है.
वाईएसआरसीपी सांसद विशाखापत्तनम छोड़ रहे हैं, जिसे स्वयं मुख्यमंत्री जगन ने प्रशासनिक राजधानी घोषित किया है. इस चर्चा ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है.
गौरतलब है कि पिछले साल, मदुरवाड़ा में साई प्रिया गार्डन में एमवीवी और ऑडिटर जीवी द्वारा शुरू की गई एक बड़ी परियोजना पर विवाद खड़ा हो गया था. केंद्रीय खुफिया विभाग में एक गैर-कैडर एसपी ने आरोप लगाया था कि छोटी नहर को मोड़ दिया गया था और उसके स्थान से एक सड़क बनाई गई थी.
सांसद ने कहा कि 'मेरे लिए आंध्र प्रदेश में एक साथ राजनीति और व्यापार करना मुश्किल हो रहा है. दुख होता है जब कोई किसी पर या किसी चीज पर आरोप लगाता है क्योंकि वह राजनीति में हैं. मैं जनसेवा के लिए विशाखापत्तनम में राजनीति करूंगा. मैं हैदराबाद में व्यापार करने के निर्णय पर पहुंचा हूं.'
'अधिक से अधिक झूठे प्रचार हो रहे हैं': सांसद एमवीवी सत्यनारायण ने 'ईनाडु' से कहा कि 'वे व्यापार और राजनीति को अनावश्यक रूप से मिला रहे हैं. सत्ता पक्ष में होने के कारण झूठा प्रचार अधिक से अधिक आ रहा है. उन्होंने कहा कि एमवीवी बिल्डर्स ने विशाखापत्तनम के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अच्छे फ्लैट और सेवाएं प्रदान कीं. क्या पैसों के लिए अपहरण कर गांव से भाग जाना ही काफी है? वे इसे राजनीति से जोड़कर कारोबार की ओर इशारा कर रहे हैं, इसलिए मैं हैदराबाद जाना चाहता हूं जहां शांति होगी.'
'सजा होने तक लड़ेंगे': सांसद ने कहा कि 'मेरे परिवार के सदस्यों और मेरे ऑडिटर जीवी को अपहरणकर्ताओं ने प्रताड़ित किया. अगर मैं उस दिन उनकी जगह होता तो मैं मर जाता या मार दिया जाता. इस पर मुख्यमंत्री के साथ कोई विशेष बैठक नहीं हुई है.' सांसद ने कहा, 'जब तक अपहरणकर्ताओं को सजा नहीं मिल जाती, तब तक हम कानूनी रूप से जरूरी हर चीज करेंगे.'