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बीएसएफ जवानों ने एक-दूसरे पर गोलियां चलाईं, दो की मौत, चौकी कमांडर घायल

त्रिपुरा में बीएसएफ जवानों ने एक-दूसरे पर गोलियां चला दीं. घटना में दो जवानों की मौत जबकि चौकी कमांडर गंभीर रूप से घायल हो गया. मारे गए बीएसएफ जवानों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. वहीं पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

बीएसएफ
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Published : Sep 24, 2021, 7:45 AM IST

Updated : Sep 24, 2021, 5:40 PM IST

अगरतला : त्रिपुरा में बीएसएफ जवानों ने एक-दूसरे पर गोलियां चला दीं. घटना में दो जवानों की मौत जबकि एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया. त्रिपुरा के गोमती जिले के अंतर्गत सिलाचारी क्षेत्र की भारत-बांग्लादेश सीमा पर गुरुवार शाम करीब 5.45 बजे बीएसएफ के दो जवानों पर एक-दूसरे पर फायरिंग कर दी. घटना के बारे में पुलिस सूत्रों ने बताया कि बीएसएफ कांस्टेबल प्रताप सिंह अपना आपा खो बैठे और अपने सहयोगी हवलदार सतबीर सिंह पर फायरिंग कर दी. वहीं प्रताप सिंह को शांत करने के प्रयासों के दौरान राम कुमार सिंह को भी गोली लग गई.

इस दौरान जब अन्य जवानों ने देखा कि प्रताप सिंह सभी के लिए जीवन के लिए खतरा बन गया है, तो बीएसएफ के संतरी अभिमन्यु यादव ने उसे मार गिराया. मारे गए और घायल हुए सभी जवान 20 बटालियन बीएसएफ के हैं. स्थानीय सूत्रों के अनुसार कांस्टेबल प्रताप सिंह सीमा पर हवलदार सतबीर सिंह के साथ गश्त कर रहे थे, तभी किसी बात को लेकर दोनों के बीच में तीखी नोकझोंक हो गई और गुस्से में आकर प्रताप सिंह ने सतबीर पर गोली चला दी, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई.

ये भी पढ़ें - असम : अतिक्रमण हटाने के दौरान हुई हिंसा में दो की मौत, न्यायिक जांच की घोषणा

हालांकि, बीएसएफ अधिकारी राम कुमार सिंह को बाद में इलाज के लिए जीबीपी अस्पताल अगरतला लाया गया. वहीं घटना के तुरंत बाद एसडीपीओ कारबुक राजू रियांग के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम अन्य उच्च अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंची.

मारे गए बीएसएफ जवानों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. एसडीपीओ राजू रियांग ने कहा कि हमने शिविर के स्थानीय लोगों और बीएसएफ जवानों के बयान लेना शुरू कर दिया है.

बीएसएफ प्रवक्ता, त्रिपुरा सीमा, ने बताया कि 20वीं बटालियन के हेड कॉन्स्टेबल सतबीर सिंह और कॉन्स्टेबल प्रताप सिंह मामूली कहा-सुनी होने के बाद, 'आपसी झगड़े के दौरान हुई गोलीबारी' में मारे गए.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रताप सिंह ने सतबीर सिंह पर कथित तौर पर गोली चलाई, जिनकी मौके पर ही मौत हो गई. उन्होंने बताया कि प्रताप सिंह की बाद में चौकी पर तैनात संतरी ने गोली मारकर हत्या कर दी.

प्रवक्ता ने बताया कि चौकी कमांडर, उपनिरीक्षक राम कुमार के दोनों पैरों में गोली लगी है क्योंकि कॉन्स्टेबल प्रताप सिंह ने उनपर भी गोलियां चलाई थी. उन्होंने बताया, 'घटना का असल कारण जानने के लिए विभागीय जांच की जा रही है और एक प्राथमिकी सिलाचेरी पुलिस थाने में दर्ज की गई है.'

(एक्सट्रा इनपुट- पीटीआई-भाषा)

अगरतला : त्रिपुरा में बीएसएफ जवानों ने एक-दूसरे पर गोलियां चला दीं. घटना में दो जवानों की मौत जबकि एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया. त्रिपुरा के गोमती जिले के अंतर्गत सिलाचारी क्षेत्र की भारत-बांग्लादेश सीमा पर गुरुवार शाम करीब 5.45 बजे बीएसएफ के दो जवानों पर एक-दूसरे पर फायरिंग कर दी. घटना के बारे में पुलिस सूत्रों ने बताया कि बीएसएफ कांस्टेबल प्रताप सिंह अपना आपा खो बैठे और अपने सहयोगी हवलदार सतबीर सिंह पर फायरिंग कर दी. वहीं प्रताप सिंह को शांत करने के प्रयासों के दौरान राम कुमार सिंह को भी गोली लग गई.

इस दौरान जब अन्य जवानों ने देखा कि प्रताप सिंह सभी के लिए जीवन के लिए खतरा बन गया है, तो बीएसएफ के संतरी अभिमन्यु यादव ने उसे मार गिराया. मारे गए और घायल हुए सभी जवान 20 बटालियन बीएसएफ के हैं. स्थानीय सूत्रों के अनुसार कांस्टेबल प्रताप सिंह सीमा पर हवलदार सतबीर सिंह के साथ गश्त कर रहे थे, तभी किसी बात को लेकर दोनों के बीच में तीखी नोकझोंक हो गई और गुस्से में आकर प्रताप सिंह ने सतबीर पर गोली चला दी, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई.

ये भी पढ़ें - असम : अतिक्रमण हटाने के दौरान हुई हिंसा में दो की मौत, न्यायिक जांच की घोषणा

हालांकि, बीएसएफ अधिकारी राम कुमार सिंह को बाद में इलाज के लिए जीबीपी अस्पताल अगरतला लाया गया. वहीं घटना के तुरंत बाद एसडीपीओ कारबुक राजू रियांग के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम अन्य उच्च अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंची.

मारे गए बीएसएफ जवानों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. एसडीपीओ राजू रियांग ने कहा कि हमने शिविर के स्थानीय लोगों और बीएसएफ जवानों के बयान लेना शुरू कर दिया है.

बीएसएफ प्रवक्ता, त्रिपुरा सीमा, ने बताया कि 20वीं बटालियन के हेड कॉन्स्टेबल सतबीर सिंह और कॉन्स्टेबल प्रताप सिंह मामूली कहा-सुनी होने के बाद, 'आपसी झगड़े के दौरान हुई गोलीबारी' में मारे गए.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रताप सिंह ने सतबीर सिंह पर कथित तौर पर गोली चलाई, जिनकी मौके पर ही मौत हो गई. उन्होंने बताया कि प्रताप सिंह की बाद में चौकी पर तैनात संतरी ने गोली मारकर हत्या कर दी.

प्रवक्ता ने बताया कि चौकी कमांडर, उपनिरीक्षक राम कुमार के दोनों पैरों में गोली लगी है क्योंकि कॉन्स्टेबल प्रताप सिंह ने उनपर भी गोलियां चलाई थी. उन्होंने बताया, 'घटना का असल कारण जानने के लिए विभागीय जांच की जा रही है और एक प्राथमिकी सिलाचेरी पुलिस थाने में दर्ज की गई है.'

(एक्सट्रा इनपुट- पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Sep 24, 2021, 5:40 PM IST
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