आगराः ताजनगरी में कला, संस्कृति, शिल्प और व्यंजन को समर्पित ताज महोत्सव (Taj Mahotsav 2023) का सोमवार से शुभारंभ हो गया. पहले दिन कल्चरल नाइट में मथुरा से आए कलाकरों ने ब्रज की होली, फूलों की होली, चरकुला नृत्य समेत अन्य प्रस्तुति से मुक्ताकाशी मंच पर ब्रज की छटा बिखेरी. इसके बाद बॉलीवुड गायक अमित मिश्रा ने अपनी गायकी महोत्सव में समां बांध दिया. गायक अमित मिश्रा ने एक के बाद एक गीत आए. इससे दर्शक झूमने पर मजबूर हो गए. दर्शकों की फरमाइश शिल्पग्राम में सोमवार देर रात तक चलती रही.
बता दें कि, सोमवार को ताज महोत्सव में कल्चरल नाइट में बॉलीवुड गायक अमित मिश्रा ने अपनी आवाज से जलवा बिखेरा. गायक अमित मिश्रा ने सोमवार रात करीब दस बजे शिल्पग्राम के मुक्ताकाशी मंच पर पहुंचे. इसके बाद पूरा परिसर तालियों से गूंज उठा. अमित मिश्रा ने ताज महोत्सव में कहा कि 'मोहब्बत की नगरी में आया हूं. सभी का दिल लूटकर जाऊंगा.' इसके बाद गायक अमित मिश्रा ने एक के बाद एक अपने कई ब्लॉक बस्टर गानों से महोत्सव में चार चांद लगा दिया. सांझण दे यार बुल्लेया, तू ही यार बुल्लेया, तेरी मेरी कहानी, बिन कहे ये दिल मेरा तेरा बन बैठा, क्या किया है तूने ये जादू तेरा कैसा जैसे सुपरहिट गाने गाए.
पहचान के लिए काम करते रहना जरूरीः मुक्ताकाशी मंच पर गायक अमित मिश्रा ने अनौपचारिक बातचीत में कहा कि काम करते रहना जरूरी है. काम करते समय ये ध्यान नहीं रखना चाहिए कि इससे नाम होगा. बस काम पर ध्यान रहना चाहिए. किसी भी व्यक्ति का समर्पण ही उसे पहचान दिलाता है. काम के प्रति समर्पण में कमी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ताज महोत्सव में कहा कि यहां पहली बार गाने आया हूं. यह मेरे लिए गर्व की बात है. यहां के लोग बड़े अच्छे हैं.
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