खंडवा। तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. गुरुवार को शाम में करीब पांच बजे ओंकारेश्वर डेम के पास सुरत के दर्शनार्थियाें से भरी नाव पलट गई. इस दर्दनाक हादसे में मां-बेटे की मौत हो गई. दरसअल नाव संचालक तीर्थ यात्रियों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. नाव को प्रतिबंधित क्षेत्रों में ले जाने की मनाही है, लेकिन पैसे के लालच में नाविक तीर्थ यात्रियों को जोखिम भरे स्थानों पर भ्रमण करवा रहे हैं, जाे घातक साबित हो रहा है. (Boat Overturn In Narmda Of Omkareshwar) (Boat Full Of Pilgrims From Surat)
नाव के नीचे दबे मां-बेटे: कार्तिक मास के चलते ओंकारेश्वर में तीर्थ यात्रियों की भीड़ है. गुजरात से आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या सबसे अधिक है. बताया जा रहा है कि हर दिन हजारों की संख्या में गुजरात के अलग-अलग जिलों से लोग ओंकारेश्वर आ रहे हैं. गुरुवार को सूरत से तीर्थ यात्रियों का दल ओंकारेश्वर आया हुआ था. इस एक दल में 31 वर्षीय सुरत निवासी दर्शना बेन, पुत्र नक्क्ष 6 साल और उसका परिवार था. सभी लोग शाम में नाव की सवारी कर रहे थे. शाम करीब चार बजे नाविक सूरत के तीर्थ यात्रियों से भरी नाव को ओंकारेश्वर डेम के पास ले गया. यहां टरबाइन से तेज गति से पानी गिर रहा था. नाविक लोगों की जान की परवाह किए बिना नाव को तेज बहाव के पास ले गया.
![boat overturn in narmda of omkareshwar](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/16826627_kk.jpg)
गोताखोरों की मदद से बचाए गए लोग: यहां जाते ही अचानक तीर्थ यात्रियों से भरी नाव पलट गई. घटना की जानकारी मिलते ही मांधाता थाने से पुलिसकर्मी घटनास्थल पहुंचे. गोताखोरों की मदद से नर्मदा नदी में डूब रहे तीर्थ यात्रियों को बचाने में सभी लोग लग गए. मांधाता थाना प्रभारी बलराम सिंह राठौर ने बताया कि नाव में 11 से 12 लाेग सवार थे. नाव पलटने से दर्शना और नक्क्ष नीचे दब गए. इससे दोनों की मौत हो गई. शाम करीब 7:30 बजे दोनों के शव निकाले गए. शेष लोगों को बचा लिया गया. सभी ओमकारेश्वर मंदिर में दर्शन करने आए थे. दर्शन के बाद वे नाव में सवार होकर नर्मदा परिक्रमा करते हुए घाट की ओर जा रहे थे. (Boat Overturn In Narmda Of Omkareshwar) (Boat Full Of Pilgrims From Surat) (Boat Full Of Pilgrims From Surat Overturn) (Mother Child Died In Khandwa)