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Jharkhand News: मरीजों के लिए नि:शुल्क बोट एंबुलेंस की हुई शुरुआत, सांसद और विधायक ने हरी झंडी दिखा किया उद्घाटन - राजमहल सांसद विजय हांसदा

झारखंड के साहिबगंज जिले में बोट एंबुलेंस का उद्घाटन हो गया है. राजमहल के सांसद और विधायक ने हरी झंडी दिखाकर लोकार्पण किया. इससे अब मरीजों को इलाज के लिए बिहार और पश्चिम बंगाल जाने में आसानी होगी.

Boat ambulance
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Published : May 15, 2023, 9:06 PM IST

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साहिबगंज: झारखंड के साहिबगंज जिले में बोट एंबुलेंस की शुरुआत हो गयी. राजमहल सांसद विजय हांसदा और राजमहल विधायक अनंत ओझा के साथ जिले के उपायुक्त राम निवास यादव ने हरी झंडी दिखाकर बोट एंबुलेंस का लोकार्पण किया. उद्घाटन के बाद आज से ही जिलेवासियों को इसकी सेवा मिलनी शुरू हो गई. इस बोट एंबुलेंस में मरीजों को नि:शुल्क सुविधा मिलेगी. झारखंड के साहिबगंज जिले से यह बोट एंबुलेंस गंगा नदी के रास्ते मरीजों को बेहतर इलाज के लिए बिहार के भागलपुर और पटना और पश्चिम बंगाल के मालदा ले जाएगी. इससे बिहार और पश्चिम बंगाल के लोगों को भी लाभ मिलेगा.

यह भी पढ़ें: Mohan Bhagwat in Jharkhand: 16 मई से आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का चार दिवसीय झारखंड दौरा, क्या है पूरा शिड्यूल

अभी शुरुआत में दो बोट एंबुलेंस शुरू किया गया है. एक बोट एंबुलेंस साहिबगंज मुख्यालय और दूसरा राजमहल में रखा जाएगा. इसकी खरीदारी डीएमएफटी फंड से की गई है. एक एंबुलेंस की कीमत 29 लाख 17,200 रुपए है. एक साल तक इस बोट एंबुलेंस में दो चालक, एक तकनीशियन और ईंधन का खर्च सहित सारी दवा का खर्च सहित मेंटेंनेस का खर्च कंपनी को ही करना होगा. साहिबगंज के दियारा क्षेत्र के लोगों को संसाधन के अभाव में इलाज कराने में काफी परेशानी होती थी. किसी को सांप कांट ले या किसी गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाना हो या किसी घायल को तुरंत गंगा पार कर साहिबगंज या राजमहल अस्पताल में पहुंचाना हो तो यह एंबुलेंस कारगर साबित होगा . यदि मरीज पश्चिम बंगाल या बिहार जाना चाहते हों तो उन मरीजों को निशुल्क सुविधा दी जाएगी. इस बोट एंबुलेंस के शुभारंभ होने से दियारा क्षेत्र में बसने वाले लोगों को स्वास्थ्य क्षेत्र में काफी लाभ मिलेगा.

लंबे समय से जनता कर रही थी मांग: इस मौके पर राजमहल विधायक अनंत ओझा ने कहा कि जनप्रतिनिधि बनने के बाद राजमहल की जनता यह मांग कर रही थी कि सड़क मार्ग होते मरीज को पश्चिम बंगाल या बिहार जाने में परेशानी होती है. समय पर ट्रेन नहीं मिलने से और ज्यादा परेशानी होती है. ऐसे में गंगा के रास्ते यदि कोई साधन मिल जाए तो हम विधानसभा के लोगों को बहुत राहत मिल जाती. विधायक अनंत ओझा ने कहा कि इस मांग को लेकर उन्होंने उपायुक्त राम निवास यादव को 20 अप्रैल 2022 को डीएमएफटी फंड से बोट एंबुलेंस के लिए अनुशंसा की थी. आज यह सपना पूरा हुआ है. इस बात को लेकर उन्होंने विधानसभा में भी आवाज उठाई थी कि गंगा के पार रहने वाली एक बड़ी आबादी को अस्पताल आने में किस तरह परेशानी होती है. आज दो बोट एंबुलेंस का लोकापर्ण किया गया है. आने वाले दिनों में दियारा वासियों को इसका काफी लाभ मिलेगा.

बोट एंबुलेंस में मौजूद हैं सारी सुविधाएं: वहीं बोट एंबुलेंस के बारे में डॉ रणविजय कुमार ने कहा कि इस बोट एंबुलेंस में सारी व्यवस्था है, जो होनी चाहिए. फस्ट एड की व्यवस्था है, एसी और लाइट की व्यवस्था है, एंबुलेंस में अंदर मरीज को लिटाकर लाने के लिए बेड है. ऑक्सीजन की व्यवस्था है, रीवर क्राप्ट है. आपातकाल के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है. यदि किसी प्रसुति को डिलीवरी के लिए अस्पताल ले जाने में देरी हो रही है तो इसमें उसकी सुविधा भी है, जिसका लाभ तत्काल लिया जा सकता है. रात में स्लाइन चढ़ाने सहित अन्य चीजों की भी व्यवस्था है. इससे लोगों को बहुत लाभ होने वाला है.

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साहिबगंज: झारखंड के साहिबगंज जिले में बोट एंबुलेंस की शुरुआत हो गयी. राजमहल सांसद विजय हांसदा और राजमहल विधायक अनंत ओझा के साथ जिले के उपायुक्त राम निवास यादव ने हरी झंडी दिखाकर बोट एंबुलेंस का लोकार्पण किया. उद्घाटन के बाद आज से ही जिलेवासियों को इसकी सेवा मिलनी शुरू हो गई. इस बोट एंबुलेंस में मरीजों को नि:शुल्क सुविधा मिलेगी. झारखंड के साहिबगंज जिले से यह बोट एंबुलेंस गंगा नदी के रास्ते मरीजों को बेहतर इलाज के लिए बिहार के भागलपुर और पटना और पश्चिम बंगाल के मालदा ले जाएगी. इससे बिहार और पश्चिम बंगाल के लोगों को भी लाभ मिलेगा.

यह भी पढ़ें: Mohan Bhagwat in Jharkhand: 16 मई से आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का चार दिवसीय झारखंड दौरा, क्या है पूरा शिड्यूल

अभी शुरुआत में दो बोट एंबुलेंस शुरू किया गया है. एक बोट एंबुलेंस साहिबगंज मुख्यालय और दूसरा राजमहल में रखा जाएगा. इसकी खरीदारी डीएमएफटी फंड से की गई है. एक एंबुलेंस की कीमत 29 लाख 17,200 रुपए है. एक साल तक इस बोट एंबुलेंस में दो चालक, एक तकनीशियन और ईंधन का खर्च सहित सारी दवा का खर्च सहित मेंटेंनेस का खर्च कंपनी को ही करना होगा. साहिबगंज के दियारा क्षेत्र के लोगों को संसाधन के अभाव में इलाज कराने में काफी परेशानी होती थी. किसी को सांप कांट ले या किसी गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाना हो या किसी घायल को तुरंत गंगा पार कर साहिबगंज या राजमहल अस्पताल में पहुंचाना हो तो यह एंबुलेंस कारगर साबित होगा . यदि मरीज पश्चिम बंगाल या बिहार जाना चाहते हों तो उन मरीजों को निशुल्क सुविधा दी जाएगी. इस बोट एंबुलेंस के शुभारंभ होने से दियारा क्षेत्र में बसने वाले लोगों को स्वास्थ्य क्षेत्र में काफी लाभ मिलेगा.

लंबे समय से जनता कर रही थी मांग: इस मौके पर राजमहल विधायक अनंत ओझा ने कहा कि जनप्रतिनिधि बनने के बाद राजमहल की जनता यह मांग कर रही थी कि सड़क मार्ग होते मरीज को पश्चिम बंगाल या बिहार जाने में परेशानी होती है. समय पर ट्रेन नहीं मिलने से और ज्यादा परेशानी होती है. ऐसे में गंगा के रास्ते यदि कोई साधन मिल जाए तो हम विधानसभा के लोगों को बहुत राहत मिल जाती. विधायक अनंत ओझा ने कहा कि इस मांग को लेकर उन्होंने उपायुक्त राम निवास यादव को 20 अप्रैल 2022 को डीएमएफटी फंड से बोट एंबुलेंस के लिए अनुशंसा की थी. आज यह सपना पूरा हुआ है. इस बात को लेकर उन्होंने विधानसभा में भी आवाज उठाई थी कि गंगा के पार रहने वाली एक बड़ी आबादी को अस्पताल आने में किस तरह परेशानी होती है. आज दो बोट एंबुलेंस का लोकापर्ण किया गया है. आने वाले दिनों में दियारा वासियों को इसका काफी लाभ मिलेगा.

बोट एंबुलेंस में मौजूद हैं सारी सुविधाएं: वहीं बोट एंबुलेंस के बारे में डॉ रणविजय कुमार ने कहा कि इस बोट एंबुलेंस में सारी व्यवस्था है, जो होनी चाहिए. फस्ट एड की व्यवस्था है, एसी और लाइट की व्यवस्था है, एंबुलेंस में अंदर मरीज को लिटाकर लाने के लिए बेड है. ऑक्सीजन की व्यवस्था है, रीवर क्राप्ट है. आपातकाल के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है. यदि किसी प्रसुति को डिलीवरी के लिए अस्पताल ले जाने में देरी हो रही है तो इसमें उसकी सुविधा भी है, जिसका लाभ तत्काल लिया जा सकता है. रात में स्लाइन चढ़ाने सहित अन्य चीजों की भी व्यवस्था है. इससे लोगों को बहुत लाभ होने वाला है.

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