हुबली: कर्नाटक में भाजपा से पाला बदलकर कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ रहे पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार (Jagadeesh Shettar) ने बड़ा आरोप लगाया है. शेट्टार ने कहा कि 'भाजपा के राष्ट्रीय संगठन सचिव बीएल संतोष मेरे केंद्रीय निर्वाचन क्षेत्र का टिकट कटने का मुख्य कारण हैं.' शेट्टार ने कहा कि उन्होंने अपने मनसपुत्र (किसी को अपना पुत्र मानने वाले) महेश तेंगिनाकाई को टिकट देने के लिए मेरा टिकट कटवा दिया है.
जगदीश शेट्टार ने आरोप लगाया कि यह सब बीएल संतोष की पूर्व योजना के कारण हुआ. उन्होंने शहर में मीडिया कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, 'मैं नहीं कहता कि महेश तेंगिनाकाई को टिकट मत दो. उन्हें विधान परिषद का सदस्य बनाया जा सकता था. लेकिन बीएल संतोष हमारे खिलाफ साजिश रचने आए. उन्होंने बदनामी फैलाई कि मुझे छह महीने तक टिकट नहीं मिला. महेश तेंगिनाकाई के लिए प्यार ही इस सबका कारण है. उन्होंने एक व्यक्ति के लिए मेरा अपमान किया. मेरी जगह महेश तेंगिनाकाई को राज्यसभा का सदस्य बनाया जा सकता था. क्या किसी व्यक्ति को टिकट के लिए इतना सब करते हैं?’
शेट्टार ने कहा कि बीजेपी को एक के बाद एक सीटों का नुकसान हो रहा है. बीएल संतोष अन्य राज्यों में प्रभारी थे. बीजेपी को कहीं भी अपेक्षित सीट नहीं मिली. इन सबके बावजूद उन्होंने कर्नाटक की कमान सौंपी है. उन्होंने कहा कि उन्होंने ऐसा पार्टी को खराब करने के लिए किया.
शेट्टार ने कहा कि बीजेपी का कहना है कि व्यक्ति महत्वपूर्ण नहीं है, पार्टी महत्वपूर्ण है. लेकिन नहीं, यहां केवल एक ही व्यक्ति महत्वपूर्ण है. उन्होंने बीजेपी कार्यालय को अपनी मुट्ठी में रखा हुआ है. पूरे प्रदेश की भाजपा चंद लोगों की गिरफ्त में है. अन्नामलाई भाजपा में शामिल हो गए और उन्हें तमिलनाडु में राज्य अध्यक्ष बनाया. कोई अच्छा नतीजा नहीं निकला. जो एक भी चुनाव नहीं जीत सके उन्हें चुनाव प्रभारी बनाया गया है.
शेट्टार ने कहा कि कर्नाटक के सभी विधानसभा क्षेत्रों में जो हो रहा है, उससे पता चलता है कि लिंगायत समुदाय के लोग परेशान हैं और उनके (बीएल संतोष) रवैये से हर कोई परेशान है. कांग्रेस नेता जगदीश शेट्टार ने कहा कि यह पार्टी के पूरे सिस्टम को प्रभावित कर रहा है.
महेश तेंगिनाकाई बोले, शेट्टार मुझे आशीर्वाद देंगे: उधर, महेश तेंगनाकाई ने जगदीश शेट्टार के इस बयान का जवाब दिया. हुबली-धारवाड़ मध्य निर्वाचन क्षेत्र के भाजपा उम्मीदवार महेश तेंगिंकाई ने जमकर भड़ास निकाली. महेश ने कहा कि मुझे पार्टी के एक निष्ठावान कार्यकर्ता के रूप में टिकट दिया गया.
नामांकन पत्र जमा करने के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार ने मुझे बीएल संतोष का मानसपुत्र बताया है. पहले लोग मुझे जगदीश शेट्टार का स्टूडेंट कहते थे. तो जगदीश शेट्टार मेरे गुरु रहे हैं. यह लड़ाई एक गुरु और उसके शिष्य के बीच है. मुझे विश्वास है कि मेरे गुरु मुझ पर कृपा करेंगे, आशीर्वाद देंगे. बीजेपी चाहती है कि नई पीढ़ी राजनीति में आए. मुझे हुबली-धारवाड़ सेंट्रल सीट से जीत का भरोसा है. राजनीति में जाति एजेंडा नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि भाजपा 'सबका साथ, सबका विकास' के अनुसार काम करती है.
पार्टी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यहां कोई एक व्यक्ति निर्णय नहीं लेता है, सभी निर्णय अकेले बीएल संतोष द्वारा नहीं किए जाते हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि संसदीय बोर्ड में टिकट तय हो गया है.
उन्होंने कहा कि 'मैं शेट्टार के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा. वह हमारे राजनीतिक गुरु भी हैं. मुझे टिकट देने का फैसला केवल बीएल संतोष का नहीं था. इसमें कोई साजिश नहीं है सिवाय इसके कि कार्यकर्ताओं को टिकट देकर उन्हें उचित दर्जा दिया गया है.'
महेश तेंगिंकई हुबली में मूरसवीरा मठ गए और मनमहाराज निरंजन गुरुसिद्ध राजयोगिंद्र महास्वामीजी से मिले. मनमहाराज निरंजन गुरुसिद्ध राजयोगिंद्र महास्वामीजी ने कहा, 'कर्नाटक में लिंगायत समुदाय एक बहुत बड़ा समुदाय है, हम सभी ने हमेशा बीजेपी का समर्थन किया है और आज भी हम बीजेपी का समर्थन करेंगे.'
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