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ममता के तीर से ही बीजेपी साधेगी निशाना, जानें विरोध के लिए क्यों चुना 21 जुलाई का दिन - पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष

पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद कथित तौर पर हुई हिंसा के विरोध में बुधवार को दिल्ली के राजघाट पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन करेंगे. 21 जुलाई को टीएमसी शहीद दिवस क्यों मनाती है और क्यों बीजेपी ने यही दिन चुना. जानने के लिए पढ़ें पूरी रिपोर्ट.

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Published : Jul 21, 2021, 9:41 AM IST

कोलकाता : पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि पार्टी हिंसा के विरोध में धरना प्रदर्शन करेगी. पार्टी का दावा है कि दो मई को तृणमूल अध्यक्ष ममता बनर्जी के फिर से मुख्यमंत्री बनने के बाद से बंगाल में भाजपा के 38 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई.

संयोग से तृणमूल कांग्रेस 1993 में पुलिस की गोलीबारी में मारे गए 13 युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की याद में हर साल 21 जुलाई को शहीद दिवस मनाती है. ममता बनर्जी उस समय कांग्रेस की युवा इकाई की सदस्य थीं.

राज्य सत्ताधारी दल ने चुनाव के बाद हुई हिंसा के आरोपों का कई बार खंडन किया है और कहा है कि भाजपा चुनाव हारने के बाद तृणमूल की छवि खराब करना चाहती है. भट्टाचार्य ने यहां संवाददाताओं से कहा कि पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ राजघाट में धरना प्रदर्शन करेंगे.

उन्होंने कहा कि कल पार्टी उन शहीदों को श्रद्धांजलि देगी जो पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा में मारे गए. दिल्ली में घोष विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे जबकि पश्चिम बंगाल में कार्यकर्ता राज्य भर में इसी प्रकार का प्रदर्शन करेंगे.

यह भी पढ़ें-2024 लोकसभा चुनाव पर टीएमसी की नजर, राष्ट्रीय विस्तार योजनाओं का काम शुरू

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि तृणमूल के लोगों द्वारा उनकी पार्टी के 20 हजार कार्यकर्ताओं को बेघर कर दिया गया है. उन्होंने चुनाव के बाद हुई हिंसा पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट का स्वागत किया और कहा कि इससे असली तस्वीर सामने आई है.

(पीटीआई-भाषा)

कोलकाता : पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि पार्टी हिंसा के विरोध में धरना प्रदर्शन करेगी. पार्टी का दावा है कि दो मई को तृणमूल अध्यक्ष ममता बनर्जी के फिर से मुख्यमंत्री बनने के बाद से बंगाल में भाजपा के 38 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई.

संयोग से तृणमूल कांग्रेस 1993 में पुलिस की गोलीबारी में मारे गए 13 युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की याद में हर साल 21 जुलाई को शहीद दिवस मनाती है. ममता बनर्जी उस समय कांग्रेस की युवा इकाई की सदस्य थीं.

राज्य सत्ताधारी दल ने चुनाव के बाद हुई हिंसा के आरोपों का कई बार खंडन किया है और कहा है कि भाजपा चुनाव हारने के बाद तृणमूल की छवि खराब करना चाहती है. भट्टाचार्य ने यहां संवाददाताओं से कहा कि पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ राजघाट में धरना प्रदर्शन करेंगे.

उन्होंने कहा कि कल पार्टी उन शहीदों को श्रद्धांजलि देगी जो पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा में मारे गए. दिल्ली में घोष विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे जबकि पश्चिम बंगाल में कार्यकर्ता राज्य भर में इसी प्रकार का प्रदर्शन करेंगे.

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भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि तृणमूल के लोगों द्वारा उनकी पार्टी के 20 हजार कार्यकर्ताओं को बेघर कर दिया गया है. उन्होंने चुनाव के बाद हुई हिंसा पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट का स्वागत किया और कहा कि इससे असली तस्वीर सामने आई है.

(पीटीआई-भाषा)

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