कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी ने अगले 48 घंटों के भीतर राज्य में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती के संबंध में कलकत्ता उच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत किया है और कहा है कि यह निर्णय राज्य में राजनीतिक हिंसा को समाप्त करेगा. गौरतलब है कि राज्य में पंचायत चुनाव में नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया के दौरान हिंसा हुई.
बंगाल के विपक्ष के नेता (एलओपी) शुभेंदु अधिकारी ने कहा, 'पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के दौरान हुई हिंसा के संबंध में बृहस्पतिवार शाम जो फैसला आया है, वह बहुत स्पष्ट है. इस फैसले से बंगाल में राजनीतिक हिंसा खत्म हो जाएगी और लोकतंत्र बहाली में मदद मिलेगी. ग्राम पंचायत इन चुनावों को लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण तरीके से संचालित करेगी. यह एक अच्छा निर्णय है.'
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#WATCH Kolkata | ...The decision that has come this evening regarding the violence that took place during the filing of nominations for Panchayat elections is very clear. The decision will end political violence in Bengal & restore democracy. The village panchayat will conduct… https://t.co/ISGAlQQZjN pic.twitter.com/H6HU8T4zQo
— ANI (@ANI) June 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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यह एक बहुत स्पष्ट निर्णय है. अब तक हुई हिंसा में 4-5 लोग मारे गए हैं और भाजपा और अन्य विपक्षी दलों के कम से कम 100 कार्यकर्ता घायल हुए हैं. 40-50 प्रखंड विकास कार्यालयों के पास आठ से दस हजार लोगों की भीड़ में शामिल उपद्रवियों ने उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल नहीं करने दिया.
मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणनाम की अगुवाई में कलकत्ता उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग को आगामी पंचायत से पहले अगले 48 घंटों के भीतर राज्य के सभी जिलों में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती का अनुरोध करने का निर्देश दिया.इस बीच, कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में, पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग ने स्कूल शिक्षा विभाग के नामांकन के तहत शिक्षा बंधुओं और स्वैच्छिक संसाधन व्यक्तियों के उम्मीदवारों के लिए नामांकन दाखिल करने की अवधि 16 जून तक बढ़ा दी.
नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन राज्य के विभिन्न हिस्सों में संघर्ष जारी रहा. इसमें बीरभूम के अहमदपुर में खंड विकास कार्यालय में हिंसा का हुई. यहां कच्चे बम फेंके गए. हालांकि, अधिकारियों के मुताबिक, इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास में दक्षिण 24 परगना जिले में भारी सुरक्षा तैनाती की गई है.
पिछले दो दिनों में सत्तारूढ़ टीएमसी और नौशाद सिद्दीकी के नेतृत्व वाले इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के समर्थकों के बीच झड़पों के कारण कई क्षेत्रों, विशेष रूप से भांगर ब्लॉक में तनाव रहा. पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव 8 जुलाई को एक ही चरण में होंगे. मतगणना 11 जुलाई को होगी. पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों में भाजपा और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की उम्मीद है. इसे अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले दोनों पार्टियों के लिए निर्णायक परीक्षा रूप में देखा जा रहा है.
(एएनआई)