अहमदाबाद : गुजरात में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (bjp) ने रविवार को दो पूर्व विधायकों सहित अपने सात नेताओं को आगामी राज्य विधानसभा चुनाव के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल करने पर निलंबित कर दिया. ये सात नेता जिन सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं, वहां एक दिसंबर को पहले चरण में मतदान होगा। भाजपा से टिकट न मिलने पर इन लोगों ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया है. पार्टी ने 2012 में केशोद निर्वाचन क्षेत्र से जीतने वाले अरविंद लाडानी और नंदोद अनुसूचित जनजाति-आरक्षित सीट से हर्षद वसावा को इन सीट पर निर्दलीय के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किए जाने के बाद निलंबित कर दिया.
पार्टी ने ध्रांगध्रा सीट से निर्दलीय के रूप में नामांकन पत्र दाखिल करने वाले सुरेंद्रनगर के जिला पंचायत सदस्य छतरसिंह गुंजरिया को भी निलंबित कर दिया. अन्य निलंबित नेताओं में केतन पटेल, भरत चावड़ा, उदय शाह और करण बरैया शामिल हैं, जिन्होंने क्रमशः पारडी, राजकोट, वेरावल और राजुला सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. भाजपा ने एक विज्ञप्ति में कहा, 'इन नेताओं ने पार्टी द्वारा घोषित उम्मीदवारों के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. उन्हें प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी आर पाटिल के निर्देश पर निलंबित किया जा रहा है.
कई भाजपा नेताओं ने टिकट नहीं मिलने पर नाराजगी व्यक्त की और निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की. वाघोडिया से छह बार के विधायक मधु श्रीवास्तव ने भी पार्टी का टिकट न मिलने पर निर्दलीय के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया है. इस सीट से भाजपा ने अश्विन पटेल को उतारा है. बता दें कि गुजरात में बीजेपी ने 42 मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया है. जिस भगवा पार्टी ने 160 उम्मीदवारों की घोषणा की थी, उसमें 38 मौजूदा विधायकों के नाम नहीं थे. इसमें पार्टी के कई बड़े नेताओं, पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल को टिकट से वंचित कर दिया गया था.
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(पीटीआई-भाषा)