लखनऊ : बीजेपी के अधिकांश विधायकों की रिपोर्ट विधानसभा प्रभारी निगेटिव दे रहे हैं. कई बीजेपी विधायकों के बारे में ये रिपोर्ट आ रही है कि उनका क्षेत्र बदल दिया जाए तो बीजेपी को राहत होगी. अगर ऐसा नहीं किया गया तो पार्टी को नकारात्मक परिणामों का सामना करना पड़ सकता है. विधानसभा प्रभारियों की रिपोर्ट संगठन को दी जा रही है. जिसके आधार पर आने वाले समय में इकट्ठा किए जाएंगे.
बीजेपी ने उत्तर प्रदेश की सभी 403 विधानसभा में अपने प्रभारी नियुक्त किए हैं. इन प्रभारियों के जरिये प्रत्येक विधानसभा जहां बीजेपी का विधायक हैं, उनका फीडबैक लिया जा रहा है. मंडल से लेकर बूथ स्तर तक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. विधानसभा प्रभारी जनता से भी मिल रहे हैं. इससे प्रभारियों को विधायकों के संबंध में जमीनी रिपोर्ट मिल रही है. ईटीवी भारत संवाददाता ने लखनऊ के ही नजदीक के एक विधानसभा प्रभारी से बातचीत की तो उन्होंने स्पष्ट बताया कि उनके इलाके से जो विधायक हैं, उनकी रिपोर्ट निगेटिव है और ये रिपोर्ट वे संगठन को देंगे. जिसके बाद आगे का फैसला संगठन को करना होगा. उन्होंने बताया कि केवल उनकी ही विधानसभा से नहीं अधिकांश विधानसभा का यही हाल है. जहां हर हाल में बदलाव करने ही होंगे.
विधायकों के प्रति पनप रही नाराजगी
बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि विधायकों के प्रति पनप रही नाराजगी को बदला हुआ प्रत्याशी दूर कर सकता है. अभी तक की रिपोर्ट के आधार पर ये कहा जा सकता है कि कम से कम 150 टिकट या तो काट दिए जाएंगे या बदल दिए जाएंगे. ये परिवर्तन करके ही बीजेपी 2022 चुनाव में अपनी कामयाबी को दोहराने की उम्मीद कर रही है.
राजधानी लखनऊ, उन्नाव, गोरखपुर, अवध के कई जिले, प्रतापगढ़ में अधिकारियों के कमरे में अपना कुर्ता फाड़ने वाले विधायक, सीतापुर और हरदोई में सरकार के खिलाफ विरोध की आवाज मुखर करने वाले विधायक का टिकट कटेगा. इसके अलावा पार्टी और संगठन के कामों में कम सक्रिय रहने वाले विधायक भी इस बार दोबारा टिकट नहीं पाएंगे. इन सबकी रिपोर्ट संगठन को दी जा रही है.
'प्रत्याशी बदलना होगा सही फैसला'
फैजाबाद विश्विविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर मनोज दीक्षित का इस बारे में कहना है कि बीजेपी के लिए ये जरूरी होगा कि वो एंटी-इनकंबेंसी को कम करने के लिए कमजोर प्रत्याशी बदले दें. उसका सकारात्मक परिणाम सामने आएगा.
कुल मिलाकर अहम तथ्य ये है कि बीजेपी के कुल विधानसभा प्रभारी 403 विधानसभाओं की रिपोर्ट दे रहे हैं. जिसमें 150 सीटों पर बीजेपी के विधायकों के टिकट कटने या बदले जाने की संभावना जताई जा रही है. बीजेपी और सहयोगियों के वर्तमान में 325 विधायक हैं. बहुमत का जादुई आंकड़ा पाने के लिए 202 सीटों की जरूरत है.
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