लखनऊ : उत्तर प्रदेश में भाजपा अपनी हारी हुई 14 सीटों को लेकर बड़ा अभियान चलाने की तैयारी में है. इसके तहत सांसदों का रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने रखा जाएगा. अभियान की शुरुआत रायबरेली से हुई है. जहां लालटेन लेकर सोनिया गांधी को खोजा गया है. ऐसे ही अब अन्य सीटों पर भी अभियान चलाया जाएगा. 14 लोकसभा सीटों पर रिपोर्ट बनाई जा रही है. 14 हारी हुई सीटों पर 84 विस्तारकों की जिम्मेदारी दी गई है.
लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा ने उत्तर प्रदेश से कुल 64 सीटें जीती थीं. 16 सीटें भाजपा हारी थी. बाद में हुए उप चुनाव में पार्टी ने आजमगढ़ और रामपुर की सीटें जीती थीं. इस तरह से अब 14 सीट उत्तर प्रदेश में ऐसी बची हुई हैं, जिन पर भाजपा के सांसद नहीं है. इसलिए पार्टी इन सभी 14 सीटों को जीतने के लिए रणनीति तैयार कर रही है. जिसमें सीटों पर काम करने के लिए प्रदेश महामंत्रियों की ड्यूटी लगाई गई है. बड़ी संख्या विस्तारकों को भी लगाया गया है.
सांसदों का रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने ले जाएगी भाजपाः इनमें अब प्रमुख अभियान वर्तमान विपक्षी सांसदों पर हमला करने का भी है. जिसको लेकर पार्टी के कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर दिया गया है. यह कार्यकर्ता क्षेत्र में सांसद का रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने पेश करेंगे. जिसके जरिए वह बताएंगे कि वर्तमान सांसद किस तरह से अपने कामों में असफल रहा है. उसकी असफलता की कहानी घर-घर सुनाई जाएगी. लोगों को बताया जाएगा कि डबल इंजन की सरकार में शामिल हो जाएं जिसके जरिए वे अपनी बात आसानी से पहुंचा सकेंगे.
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा की क्या है रणनीतिः भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हीरो वाजपेई का कहना है कि 2019 में जिन 14 सीटों पर हम हारे हैं, उनको लेकर विशेष रणनीति बनाई गई है. हमारे महामंत्रियों की ड्यूटी इस पर लगी हुई है. इसके अलावा विस्तारकों को भी नुसरत कर दिया गया है. वे अपने-अपने फीडबैक दे रहे हैं. हम लगातार चाहते हैं कि सभी सीटें उत्तर प्रदेश में जीतें, इसलिए पार्टी हर संभव रणनीति बना रही है.
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