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वसुंधरा के करीबी पूर्व मंत्री को BJP ने 6 साल के लिए पार्टी से निकाला

पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा के बयान के बाद बीजेपी नेताओं ने इसे पार्टी विरोधी बयान माना है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा और पूर्व प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने रोहिताश शर्मा के खिलाफ केंद्रीय नेतृत्व से करवाई की मांग की है.

पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा
पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा
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Published : Jul 17, 2021, 9:26 PM IST

जयपुर : भाजपा के पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा को विरोधी बयानबाजी के चलते उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. भाजपा की अनुशासन समिति ने यह फैसला लिया. पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा ने एक बयान जारी कर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया के अलवर दौरे पर सवाल उठाए थे. शर्मा ने यहां तक कह दिया था कि पूनिया के अलवर दौरे को लेकर जो उम्मीदें थीं वो पूरी नहीं हुईं. ऐसे में अब पार्टी विद डिफरेंस कहलाए जाने वाली भाजपा भगवान के भरोसे ही है और मुझे काफी चिंता भी हो रही है.

रोहिताश शर्मा के इस बयान के बाद बीजेपी नेताओं ने इसे पार्टी विरोधी बयान माना है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा और पूर्व प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने रोहिताश शर्मा के खिलाफ करवाई की मांग केंद्रीय नेतृत्व से की है. राम लाल शर्मा ने तो यहां तक कहा था कि कुछ नेताओं की उत्पत्ति उस वक्त की तात्कालिक परिस्थितियों के कारण हुई है. ऐसे लोग पार्टी की रीति और नीति के बारे में नहीं समझते हैं. उन्हें यह नहीं पता है कि भारतीय जनता पार्टी किन आदर्शों और संस्कारों पर चलने वाली पार्टी है. इसलिए ऐसे परिस्थितिवश उत्पन्न हुए नेता अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. ऐसे नेताओं के खिलाफ केंद्रीय नेतृत्व सख्त कार्रवाई करे.

पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा ने किया पटलवार

रामलाल शर्मा के बयान पर पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा ने भी पटलवार करते हुए कहा कि रामलाल शर्मा अभी राजनीति में बच्चे हैं. चाटुकारिता करते हैं. रीति-नीति का हमें ज्ञान न दें. बयानबाजी के चलते बीजेपी अनुशासन समिति ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए रोहिताश शर्मा को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है.

आपको बता दें कि पहले भी रोहिताश शर्मा को पार्टी संगठन की ओर से 24 जून को गलत बयानबाजी मामले में नोटिस जारी कर 15 दिन में जवाब मांगा था. इसका जवाब शर्मा ने दे दिया था और प्रदेश संगठन ने इस जवाब को जांच के लिए अनुशासन समिति को भेजा था. अनुशासन समिति इस मामले में जांच कर ही रही थी कि इस बीच लगातार रोहिताश शर्मा के बयान सामाने आने लगे.

पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया के अलवर दौरे को लेकर जिस प्रकार से रोहिताश शर्मा के बयान सामने आए, उसके बाद प्रदेश भाजपा संगठन ने सख्त कार्रवाई करते हुए रोहिताश शर्मा को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है.

इसे भी पढ़े-मोदी सरकार आने के बाद भारत में पहली बार बनी स्वतंत्र सुरक्षा नीति : शाह

जयपुर : भाजपा के पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा को विरोधी बयानबाजी के चलते उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. भाजपा की अनुशासन समिति ने यह फैसला लिया. पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा ने एक बयान जारी कर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया के अलवर दौरे पर सवाल उठाए थे. शर्मा ने यहां तक कह दिया था कि पूनिया के अलवर दौरे को लेकर जो उम्मीदें थीं वो पूरी नहीं हुईं. ऐसे में अब पार्टी विद डिफरेंस कहलाए जाने वाली भाजपा भगवान के भरोसे ही है और मुझे काफी चिंता भी हो रही है.

रोहिताश शर्मा के इस बयान के बाद बीजेपी नेताओं ने इसे पार्टी विरोधी बयान माना है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा और पूर्व प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने रोहिताश शर्मा के खिलाफ करवाई की मांग केंद्रीय नेतृत्व से की है. राम लाल शर्मा ने तो यहां तक कहा था कि कुछ नेताओं की उत्पत्ति उस वक्त की तात्कालिक परिस्थितियों के कारण हुई है. ऐसे लोग पार्टी की रीति और नीति के बारे में नहीं समझते हैं. उन्हें यह नहीं पता है कि भारतीय जनता पार्टी किन आदर्शों और संस्कारों पर चलने वाली पार्टी है. इसलिए ऐसे परिस्थितिवश उत्पन्न हुए नेता अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. ऐसे नेताओं के खिलाफ केंद्रीय नेतृत्व सख्त कार्रवाई करे.

पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा ने किया पटलवार

रामलाल शर्मा के बयान पर पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा ने भी पटलवार करते हुए कहा कि रामलाल शर्मा अभी राजनीति में बच्चे हैं. चाटुकारिता करते हैं. रीति-नीति का हमें ज्ञान न दें. बयानबाजी के चलते बीजेपी अनुशासन समिति ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए रोहिताश शर्मा को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है.

आपको बता दें कि पहले भी रोहिताश शर्मा को पार्टी संगठन की ओर से 24 जून को गलत बयानबाजी मामले में नोटिस जारी कर 15 दिन में जवाब मांगा था. इसका जवाब शर्मा ने दे दिया था और प्रदेश संगठन ने इस जवाब को जांच के लिए अनुशासन समिति को भेजा था. अनुशासन समिति इस मामले में जांच कर ही रही थी कि इस बीच लगातार रोहिताश शर्मा के बयान सामाने आने लगे.

पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया के अलवर दौरे को लेकर जिस प्रकार से रोहिताश शर्मा के बयान सामने आए, उसके बाद प्रदेश भाजपा संगठन ने सख्त कार्रवाई करते हुए रोहिताश शर्मा को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है.

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