लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने पूर्वांचल की 9 विधान सभा सीटों के लिए सूची शनिवार शाम जारी की है. इस सूची में मऊ विधानसभा सीट पर अशोक सिंह को टिकट दिया गया है. इस सीट पर सपा गठबंधन ने मुख्तार अंसारी को टिकट दिया है. मुख्तार अंसारी पर भाजपा प्रत्याशी अशोक सिंह के भाई की हत्या का आरोप है. ऐसे में यहां पर भाजपा ने वर्चस्व की लड़ाई को सीधी हवा दे दी है. इसके अलावा भाजपा ने 9 विधानसभा सीटों में से दो जायसवाल कैंडीडेट को और एक अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवार को भी टिकट दिया है.
भारतीय जनता पार्टी ने कुल 9 विधान सभा सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित किए हैं. मुबारकपुर में अरविंद जायसवाल को, मोहम्मदाबाद गोहाना में पूनम सरोज को, मऊ में अशोक सिंह को, जौनपुर के मछली शहर में मिही लाल गौतम को, जहूराबाद में कालीचरण राजभर को मुगलसराय में रमेश जायसवाल को, चकिया में कैलाश खरवार को, घोरावल में अनिल मौर्य को और ओबरा में अनुसूचित जाति के संजीव गोंड को टिकट दिया है.
मुख्तार अंसारी के खिलाफ मजबूत प्रत्याशी उतारने के क्रम में भाजपा ने यहां अशोक सिंह को उतार दिया है. बता दें कि 29 अगस्त 2007 को अशोक सिंह के छोटे भाई की हत्या कर दी गई थी. आरोप है कि यह हत्या मुख्तार अंसारी ने की थी. कोर्ट में यह मामला विचाराधीन है. पिछली बार 2017 में अशोक सिंह भाजपा से टिकट मांग रहे थे. मगर ओमप्रकाश राजभर के साथ समझौते को देखते हुए सुहेलदेव समाज पार्टी को टिकट दी गई थी.
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2017 में टिकट कटने के बाद अशोक सिंह और उनका परिवार भाजपा से टिकट की मांग कर रहा था. भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व ने इस बार अशोक सिंह को खाली हाथ नहीं किया और उनको मऊ से टिकट दे दिया है. ऐसे में इस बार मऊ विधानसभा सीट पर एक बार पुरानी रंजिश का सियासी टकराव साफ दिख रहा है.
सहयोगी दल और भाजपा की अबतक करीब 396 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए जा चुके हैं. अब सात सीटें बची हैं, जिन पर उम्मीदवार घोषित किए जाने हैं. अगले 2 से 3 दिन में बचे हुए उम्मीदवार भी घोषित करके चुनाव में भाजपा अपने अभियान को पूरी तरह से जमीन पर उतार देगी.