पटनाः बिहार सरकार (Bihar Government) ने सूबे में फल-फूल रहे अवैध बालू के कारोबार (Illegal Sand Mining) को लेकर बड़ी कार्रवाई की है. खनन विभाग ने बालू माफियाओं से संबंध रखने वाले दो जिलों के एसपी समेत कुल 13 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है.
चार एसडीपीओ (SDPO) पर भी कार्रवाई की गई है. संजय कुमार, अनूप कुमार, पंकज कुमार रावत और तनवीर अहमद पर विभागीय कार्रवाई का आदेश जारी करते हुए निलंबित कर दिया गया है. इस मामले में डेहरी के एसडीओ (SDO) सुनील कुमार सिंह को भी निलंबित कर दिया गया है.
बिहार सरकार के गृह विभाग के आरक्षित शाखा की अधिसूचना के मुताबिक अवैध बालू खनन में संलिप्त दो आईपीएस (IPS) चार डीएसपी (DSP) समेत कुल 13 अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है. भोजपुर के तत्कालीन एसपी राकेश कुमार दुबे और औरंगाबाद के तत्कालीन एसपी सुधीर पोरिका समेत चार डीएसपी तनवीर अहमद, पंकज कुमार रावत, अनुपम कुमार और संजय कुमार को निलंबित कर दिया गया है. वहीं एसडीएम (SDM) सुनील कुमार को भी निलंबित किया गया है.
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के द्वारा की गई इस कार्रवाई में निलंबित होने वाले अंचल अधिकारियों में भोजपुर जिले के कोइलवर के तत्कालीन सीओ, पालीगंज के तत्कालीन सीओ राजेश कुमार और औरंगाबाद के वरुणा के तत्कालीन सीओ बसंतराय शामिल हैं.
बता दें कि बिहार विधासभा में अवैध बालू खनन को लेकर विपक्ष भी जोरदार तरीके से मुद्दा उठा चुका है. इस कार्रवाई से ठीक पहले बिहार सरकार में खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम ने ईटीवी भारत को बताया था कि सरकार अवैध बालू खनन को लेकर गंभीर है. बालू की दरें भी तय की गई है. उन्होंने लगातार छापेमारी करने और दोषियों पर कार्रवाई की जाने की बातें भी कही थी.
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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बालू के अवैध कारोबार को लेकर बयान दे चुके हैं. हाल ही में उन्होंने कहा था कि मामले की गंभीरता से जांच की जाती है. पूरे मामले में जो भी कर्मचारी गड़बड़ी करने में संलिप्त पाए जाते हैं, उनपर कार्रवाई की जाती है.