पुष्कर (अजमेर). बिहार के एनडीए गठबंधन में अंतर्द्वंद चल रहा है. ऐसे में आपसी राय मशविरा जरूरी है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने ये बात कही. वह अपनी अजमेर यात्रा के दौरान परिवार सहित तीर्थ नगरी पुष्कर (former CM Jitan Ram Manjhi in pushkar ajmer) पहुंचे थे. यहां वह अपने परिवार के साथ पुष्कर सरोवर की पूजा-अर्चना में शामिल हुए.
पुष्कर सरोवर पर मांझी परिवार को स्थानीय तीर्थ पुरोहित बाबूलाल ने सरोवर की पूजा-अर्चना करवाई. वहीं जीतन राम मांझी ऊंचीं सीढ़ियों के चलते जगतपिता ब्रह्मा मंदिर के दर्शन नहीं कर पाए. इसके चलते पुजारी वैभव वशिष्ठ ने मंदिर के बाहर पहुंचकर मांझी का सम्मान किया और उन्हें जगतपिता ब्रह्मा मंदिर का प्रसाद दिया. इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में मांझी ने बताया कि अब तक राज्यसभा के चुनाव के लिए एनडीए में सीटों का निर्णय हो जाना चाहिए था.
फिलहाल दो भाजपा को दो राजद और 1 जेडीयू को सीटों का बंटवारा हुआ है जिनमें से 3 सीटों पर एनडीए की जीत का अनुमान है. ऐसे में गठबंधन में उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए जाने चाहिए थे. अभी तक नाम तय नहीं होने के चलते लगता है कि एनडीए में अंतर्द्वंद है. गठबंधन में राय मशविरा कर निर्णय ले लिया जाना चाहिए था. गठबंधन के बने रहने के सवाल पर मांझी ने कहा कि हर संगठन में मत अंतर हो सकता है लेकिन मतभेद नहीं होता.
एनडीए की सरकार है और 2025 तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार चलेगी. मांझी ने कहा कि राजनीति में कुछ भी स्थिर नहीं है. कल क्या होगा कुछ कहा नहीं जा सकता. फिलहाल बिहार का एनडीए गठबंधन मजबूत स्थिति में है. गौरतलब है कि हाल ही में मांझी के एनडीए में लोकतंत्र की कमी पर दिए गए बयान को लेकर बिहार की सियासत में उबाल आ रखा है. राज्यसभा की 1 सीट की मांग उठाने वाले मांझी ने भले ही सीट नहीं मिलने पर नाराजगी नहीं जताई हो, लेकिन एनडीए के अंतर्द्वंद पर दिए बयान को उनके नाराजगी से जोड़कर देखा जा रहा है.