बीजापुर: नक्सलियों ने बीजापुर को दहलाने की साजिश रची थी. लेकिन सुरक्षा बलों की सूझ बूझ से यह साजिश नाकाम हो गई है. बीजापुर में सुरक्षाबलों ने तीन आईईडी बरामद किया है. जिसमें दो आईईडी 25-25 किलो के हैं, जबकि एक आईईडी पांच किलो का है. इस तरह सुरक्षाबलों ने माओवादियों के नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया है. तीनो आईईडी बम को अपने कब्जे में लेने के बाद सुरक्षाबलों ने इसे निष्क्रिय कर दिया.
अरनपुर ब्लास्ट जैसा धमाका करने की थी तैयारी: नक्सलियों ने अरनपुर कांड दोहराने की साजिश रची थी. इस बारे में एक अधिकारी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि" दो आईईडी फॉक्सहोल तंत्र का उपयोग करके ब्लैकटॉप सड़क के नीचे लगाए गए थे, जिसमें विस्फोटक रखने के लिए सड़क के किनारे सुरंग भी बनाया गया था. यह बिल्कुल वैसी ही साजिश थी जो 26 अप्रैल 2023 में दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने रची थी और आईईडी ब्लास्ट कर डीआरजी जवानों की गाड़ी को उड़ाया था. इस धमाके में डीआरजी के 10 जवान शहीद हो गए थे. जबकि एक आम नागरिक जो गाड़ी का ड्राइवर था वह मारा गया था."
कहां लगाए गए थे आईईडी: 25-25 किलो के दो आईईडी बीजापुर के अवापल्ली बासागुडा रोड पर लगाए थे. सुरक्षाबलों के जवानों को निशाना बनाने के लिए इसे प्लांट किया गया था. लेकिन सीआरपीएफ 168वीं बटालियन की टीम ने इस साजिश को समय रहते भांप लिया और कुल 50 किलो के आईईडी को जब्त कर लिया. सुरक्षाबलों की टीम ने बारुदी सुरंग का भी पता लगाया. सड़क को खोदकर आईईडी को बरामद किया गया. एक अधिकारी ने बताया कि" प्लास्टिक की थैलियों में रखे विस्फोटकों को सड़क के किनारे से 5 फीट ऊंचाई और 5 फीट चौड़ाई में सुरंग खोदकर सड़क से 4 फीट नीचे रखा गया था. विस्फोटक एक लंबे तार के जरिए कमांड स्विच से जुड़े हुए थे"
फॉक्सहोल तंत्र का उपोयग कर नक्सलियों ने लगाए थे बम: बीजापुर में नक्सलियों ने फॉक्सहोल तंत्र का उपोयग कर आईईडी लगाया था. 26 अप्रैल 2023 को दंतेवाड़ा के अरनपुर ब्लास्ट में भी नक्सलियों ने इसी तकनीक का उपयोग किया था. इस नक्सली वारदात में छत्तीसगढ़ पुलिस के डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड यानी की डीआरजी के 10 जवान शहीद हो गए थे.
तीसरा आईईडी कहां मिला: इसी तरह पांच किलो के तीसरे आईईडी को धर्माराम गांव और चिंतावागु के बीच नक्सलियों ने प्लांट किया था. इस आईईडी को सीआरपीएफ के 151वीं बटालियन और कोबरा के 204वीं बटालियन के जवानों ने बरामद किया है. इस तरह कुल तीन बड़ी साजिश को सुरक्षाबलों के जवानों ने समय रहते भांप लिया और माओवादी षडयंत्र को फेल कर दिया. इससे पहले शुक्रवार को नारायणपुर और कांकेर में भी नक्सली वारदात हुई है. नारायणपुर जिले में एक लौह अयस्क खदान स्थल पर नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर आईईडी में विस्फोट हो गया. इस घटना में दो श्रमिकों की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया. कांकेर के आमाबेड़ा में नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच एनकाउंटर हुआ. जिसमें जवानों की फायरिंग से नक्सली भाग गए.