नूंह: बीते दिनों भिवानी में दो युवकों को जिंदा जला दिया गया. मामले ने तूल पकड़ लिया. आरोप लगाया गया कि कार सवार दो युवकों के साथ बजरंग दल के लोगों ने मारपीट की है. इसके बाद उन्हें आग के हवाले कर दिया गया. मृतक युवक राजस्थान के भरतपुर से संबंध रखते थे. आरोप है कि आरोपी श्रीकांत की पत्नी के साथ पुलिस ने ज्यादती की है, जिससे उनके गर्भ में पल रहे शिशु की मौत हो गई. मामले को लेकर नूंह पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने इस घटना पर बेहद दुख जताया है.
साथ ही घाटमीका गांव की घटना पर उन्होंने कहा कि इसमें हरियाणा पुलिस राजस्थान पुलिस को पूरी सहायता दे रही है. जिससे जांच ठीक प्रकार से हो सके. उन्होंने कहा कि घटना में संलिप्त दोषियों को सजा मिल सके, इसके लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है. नूंह पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हरियाणा पुलिस के ऊपर जो आरोप लगे हैं, उसमें किसी प्रकार की कोई संलिप्तता नहीं है. लेकिन गंभीर आरोपों को देखते हुए एडिशनल एसपी उषा कुंडू को इसकी जांच सौंपी गई है. इसमें जो भी तथ्य सोशल मीडिया इत्यादि से आए हैं, उन सभी एंगल से गंभीरता से जांच की जा रही है.
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इसमें जो भी लापरवाही हमारी पुलिस की ओर से की जा रही है, उसकी जिम्मेदारी तय की जाएगी. इसके लिए जांच बैठा दी गई है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राजस्थान पुलिस की जांच का भी हम इंतजार करेंगे. अगर किसी प्रकार की भी कोई लापरवाही मिलती है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.
नूंह पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने आगे बताया कि मरोड़ा गांव के आरोपी श्रीकांत की माता दुलारी की ओर से नगीना थाने में शिकायत दी गई है. उसके लिए छानबीन पुलिस ने शुरू कर दी है. लगातार जांच की जा रही है. डॉक्टर की ऑपिनियन के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि जितने भी आरोप लगाए हैं, उन सभी की जांच की जाएगी. पुलिस कप्तान ने कहा कि जब भी किसी राज्य की पुलिस दूसरे राज्य में रेड करती है तो स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना देती है.
एसपी नूंह ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि हम तालमेल के साथ काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि खास बात यह है कि हत्यारोपी श्रीकांत के जिन दो भाइयों को राजस्थान पुलिस पूछताछ के लिए लेकर गई थी विष्णु और अश्विन को छोड़ दिया गया है.
वहीं श्रीकांत के भाई विष्णु ने पत्रकारों को बताया कि उनके साथ कोई मारपीट राजस्थान पुलिस की ओर से पूछताछ के दौरान नहीं की गई. उनसे बयान दर्ज कराए गए. बीते 17 फरवरी की सुबह उन्हें उठाकर ले जाया गया था और 18 फरवरी की रात्रि को वापस छोड़ दिया गया. बता दें कि नवजात की मृत्यु के बाद महिला अभी नल्हड़ मेडिकल कालेज में उपचाराधीन है.