भरतपुर : राज्य सरकार के निर्देश पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों के आंकड़े छुपाने का मामला सामने आया है. नदबई कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में निरीक्षण करने पहुंचीं सांसद रंजीता कोली के सामने डॉ. पवन गुप्ता ने यह बात स्वीकार की. इसको लेकर सांसद रंजीता कोली ने राज्य सरकार के खिलाफ गहरी नाराजगी व्यक्त की है. दोनों की बातचीत का वीडियो वायरल हो रहा है.
सांसद रंजीता कोली सोमवार को नदबई के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचीं. निरीक्षण के दौरान एक मरीज सांसद से आकर मिला. उसने बताया कि वह अपनी कोरोना जांच कराने के लिए दो दिन से अस्पताल के चक्कर काट रहा है, लेकिन उसकी जांच नहीं की जा रही. मरीज की समस्या सुनकर सांसद रंजीता कोली ने चिकित्सक पवन गुप्ता से नाराजगी जताई. जिस पर डॉ. पवन गुप्ता ने बताया कि उन्हें कभी तो कोरोना पॉजिटिव के आंकड़े बढ़ाने के लिए, तो कभी कम करने के निर्देश दिए जाते हैं, वो उन्हीं निर्देशों के अनुसार काम करते हैं.
इस बात को लेकर सांसद रंजीता कोली ने सीएमएचओ डॉ. कप्तान सिंह से भी नाराजगी जताई. साथ ही राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार की इस तरह की नीति मरीजों और लोगों के साथ खिलवाड़ है.
डॉक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी
इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिसके बाद सीएमएचओ डॉ. कप्तान सिंह ने नदबई सीएससी के चिकित्सक पवन गुप्ता को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि डॉ. पवन गुप्ता के बयान से राज्य सरकार की छवि धूमिल हुई है.
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