श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को सात महीने तक हिरासत में रखे जाने के बाद रिहा कर दिया गया है. फारूक अब्दुल्ला की रिहाई पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा है कि वह लंबे समय से मांग कर रहे थे कि फारूक अब्दुल्ला और बाकी नेताओं को तत्काल रिहा किया जाए. इसके अलावा कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने भी अब्दुल्ला की रिहाई का स्वागत किया.
येचुरी ने कहा कि सबसे पहले तो फारूक अब्दुल्ला के ऊपर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाया जाना ही गलत था. अभी संसद का सत्र चल रहा है ऐसे में उन्हें हिरासत में रखना उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन था.
वहीं, रिहा होने के बाद फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि वह अब दिल्ली आएंगे और संसद में कश्मीरियों की आवाज उठाएंगे. इस पर सीताराम येचुरी ने कहा कि वो फारूक अब्दुल्ला से मुलाकात करेंगे और उनके साथ मिल कर संघर्ष करेंगे.
फारूक अब्दुल्ला की रिहाई के बाद भी अभी जम्मू कश्मीर के दो अन्य पूर्व मुख्यमंत्रीयों के अलावा कई अन्य नेता भी हिरासत में ही हैं.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव ने अपनी मांग दोहराते हुए कहा है कि बाकी नेताओं को भी तत्काल रिहा किया जाना चाहिए. येचुरी ने मांग की है कि कश्मीर में लोगों को रोजमर्रा के जीवन को सामान्य करने के लिए सरकार को काम करना चाहिए.
वहीं, इस मामले पर कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर को भारत में जोड़ने में एक बहुत अहम भूमिका अदा की है. उनको सात महीने कैद रखना गलत फैसला था. अब्दुल्ला के रिहाई के बाद अब इस बात का इन्तजार कर रहे हैं कि कब वह दिल्ली पहुंचेंगे और संसद के सत्र में शामिल होंगे.
सात महीने बाद रिहा हुए फारूक अब्दुल्ला, बोले- 'अब मैं आजाद'
गौरतलब है कि कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद से ही फारूक अब्दुल्ला हिरासत में थे और अब सात माह बाद उन्हें रिहा किया गया है.