हैदराबादः 21 सितंबर यानी की आज विश्व कृतज्ञता दिवस है. यह दिन धन्यवाद देने का दिन है. अगर हम समय निकालकर पीछे जाएं और उन सभी चीजों के बारे में सोचें, जिनके लिए हम आभारी हैं, न केवल हमें विनम्र बनाती हैं, बल्कि यह हमारे खुशी और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी मदद करती है. कृतज्ञता, एक शक्तिशाली भावना होने के नाते, हमें अनगिनत लाभ प्रदान करते हैं. सकारात्मक ऊर्जा, बेहतर नींद और आशावाद .
विश्व कृतज्ञता दिवस संयुक्त राष्ट्रीय अवकाश का दिन है. 1965 में हवाई में संयुक्त राष्ट्र की इमारत के ध्यान केंद्र में एक धन्यवाद डिनर आयोजित किया गया था. वहां एक मेडिटेशन शिक्षक और संयुक्त राष्ट्र मेडिटेशन ग्रुप के निदेशक श्री चिम्नोय ने दुनिया भर के लोगों का आभार व्यक्त करने के लिए एक विशेष अवकाश रखने का सुझाव दिया.
वहां उपस्थित लोगों ने 21 सितंबर को अपने देश में आभार बैठक आयोजित करने का वादा किया. यह साल 1977 था जब चिम्नोय के काम को पहचान मिली. संयुक्त राष्ट्र ध्यान मेडिटेशन ग्रुप ने विश्व कृतज्ञता दिवस मनाने का आधिकारिक प्रस्ताव दिया.तब से, विश्व आभार दिवस एक वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय स्मरणोत्सव के रुप में मनाया जाता है.
इस साल हमें किसका आभार व्यक्त करना चाहिए
भारत में कोरोना से लड़ने के लिए 1.2 करोड़ से अधिक की विशाल सेना है जिसमें से 196 से अधिक डॉक्टरों ने कोरोना के मरीजों की सेवा करते हुए अपनी जान गंवाई है. फिर भी वे फ्रंटलाइन पर काम कर रहे हैं. वे हम सभी के लिए प्रेरणा हैं. इसके अलावा इतने सारे आम लोग भी कई तरीकों से हमारे समाज की सेवा कर रहे हैं. तो यह वह दिन है जब हम उनके लिए आभार प्रकट करते हैं.
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शिक्षक
जब दुनिया में सब कुछ बंद है, तब भी बच्चों की कक्षा जारी है, क्योंकि आप पढ़ा रहे हैं. कोरोना के इस युग में भी शिक्षकों की पूजा करनी चाहिए जो योद्धा बनकर बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं.
ईटीवी भारत इस कृतज्ञता दिवस पर विश्वव्यापी कोरोना योद्धाओं का महामारी के दौरान साहसिक सेवा के लिए धन्यवाद करता हैं.