नई दिल्ली : अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा ट्रस्ट के गठन के बाद अब विश्व हिंदू परिषद भी अपनी तैयारियों में जुट गया है. हालांकी राम जन्मभूमि आंदोलन में मुख्य भूमिका निभाने वाले विश्व हिंदू परिषद के किसी भी पदाधिकारी या नेता को राम मंदिर निर्माण के लिए गठित ट्रस्ट में शामिल नहीं किया गया है, लेकिन विहिप को इस बात से कोई आपत्ति नहीं है.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए विहिप के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महासचिव डॉ सुरेंद्र जैन ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण में विश्व हिंदू परिषद की क्या सक्रिय भूमिका होगी यह अब ट्रस्ट ही निर्णय लेगा.
सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्णय के बाद केंद्र सरकार ने इस ट्रस्ट का गठन किया है, जो पूरी तरह स्वायत्त है और विहिप इसका स्वागत करता है.
सुरेंद्र जैन ने कहा है कि विहिप को यह अपेक्षा जरूर है कि मंदिर का निर्माण जल्द से जल्द हो और जो ढांचा वहीं हो जो पहले तय किया गया था. उसी के मुताबिक मंदिर का निर्माण हो.
साथ ही विहिप के संयुक्त महासचिव ने यह भी कहा है कि मंदिर निर्माण में ज्यादा से ज्यादा लोगों की सहभागिता सुनिश्चित करने पर भी काम करने की आवश्यकता है.
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद तय समय सीमा में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के गठन के बाद अब मंदिर निर्माण का रास्ता पूरी तरह से साफ हो चुका है .ऐसे में माना जा रहा है कि विश्व हिंदू परिषद किसी बड़े कार्यक्रम के आयोजन की योजना बना रही है?
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इस सवाल के जवाब में विहिप नेता ने कहा की समय-समय पर कार्यक्रमों का आयोजन विहिप द्वारा किया जाता रहा है. आने वाले महीनों में 15 दिवसीय जागरण और राम उत्सव मनाने की योजना है जो कि देश के तीन लाख से ज्यादा गांव में मनाया जाएगा, लेकिन जाहिर तौर पर अयोध्या में मनाया जाने वाला राम उत्सव आकर्षण का केंद्र रहेगा क्योंकि वहां लोग इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
विहिप द्वारा बनाए जाने वाले राम उत्सव में राम मंदिर आंदोलन के इतिहास और तमाम उन बातों पर चर्चा होगी जो इस विवाद या विषय से जुड़े रहे.
डॉ सुरेंद्र जैन ने बताया कि इस चर्चा का उद्देश्य लोगों को राम जन्मभूमि आंदोलन और इसके महत्व के बारे में बताना और समझाना होगा.