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वीएचपी ने पश्चिम बंगाल में 2 लाख सदस्य बनाने का रखा लक्ष्य

पश्चिम बंगाल में विश्व हिंदू परिषद ने 7 नवंबर से सदस्यता अभियान शुरु करने जा रही है. इस दौरान उनका लक्ष्य सदस्यों की संख्या को दो लाख तक पहुंचाना है. इस दौरान वीएचपी के राष्ट्रीय सचिव सचिंद्रनाथ सिंहा ने पश्चिम बंगाल में NRC लागू करने की बात कही.

वीएचपी कार्यकर्ता
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Published : Sep 6, 2019, 10:46 PM IST

Updated : Sep 29, 2019, 5:13 PM IST

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन से प्रसन्न विश्व हिंदू परिषद ( वीएचपी) ने सद्यस्यों की संख्या बढ़ाने का लक्ष्य रखा है. राज्य में अगले महिने चलाए जा रहे प्रोग्राम के दौरान सदस्यों को जोड़कर उनकी संख्या 55,000 से 2 लाख पहुंचाने का लक्ष्य रखा है.

विहिप राष्ट्रीय सचिव सचिंद्रनाथ सिंहा ने कहा बांग्लादेशी मुस्लिम राज्य से घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) को लागू करने की भी मांग की है.

उन्होंने कहा कि NRC को लागू करने से पहले, नागरिकता (संशोधन) विधेयक के तहत बांग्लादेश के हिंदू शरणार्थियों के हित को ध्यान में रखा जाना चाहिए.

सिंहा ने कहा,'इससे पहले हमने 2017 के दौरान बंगाल में 55,000 हजार सदस्यों को जोड़ा था. इस बार हमारा लक्ष्य इस संख्या को 2 लाख पहुंचाने का है.'

यह सदस्यता अभियान 17 नवंबर से शुरू होगा और 1 दिसंबर तक चलेगा.

आपको बता दें, अपने हालिया सदस्यता अभियान के दौरान, भाजपा ने राज्य में 78 लाख सदस्य जोड़े थे.

भाजपा और RSS राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ ने पिछले कुछ वर्षों में बंगाल पश्चिम में गहरी पैठ बना ली है.

पश्चिम में एनआरसी के कार्यान्वयन पर बोलते हुए सिंहा ने कहा कि राज्य की सीमा से लगे जिला में पिछले 10 वर्षों में बांग्लादेशी मुसलमानों द्वारा घुसपैठ से पूरी तरह से बदल गए हैं.

पढ़ें-पीएम की अपील- जरूर देखें चंद्रयान-2 की लैंडिंग, फोटो करुंगा रिट्वीट

घुसपैठ की वजह से सिमावर्ती राज्यों में मुस्लिम बाहुल्य सीट बन गईं हैं जिनका इस्तेमाल करके त्रिणमूल कांग्रेस चुनाव जीत जाती है.

सिंघा ने लोकसभा की एक घटना का जिक्र किया जब 2005 में बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ के मुद्दे को उठाने की कोशिश की थी.उसके बाद उन्हे मना कर दिया गया तब बनर्जी ने तत्कालीन डिप्टी स्पीकर चरणजीत सिंह अटवाल पर कागज फेंक दिए थे.

सिंघा ने कहा कि उस समय सत्ताधारी दलों द्वारा बांग्लादेश में घुसपैठियों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था तब ममता बनर्जी ने घुसपैठ का विरोध किया था लेकिन आज वो वही काम खुद कर रहीं हैं.

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन से प्रसन्न विश्व हिंदू परिषद ( वीएचपी) ने सद्यस्यों की संख्या बढ़ाने का लक्ष्य रखा है. राज्य में अगले महिने चलाए जा रहे प्रोग्राम के दौरान सदस्यों को जोड़कर उनकी संख्या 55,000 से 2 लाख पहुंचाने का लक्ष्य रखा है.

विहिप राष्ट्रीय सचिव सचिंद्रनाथ सिंहा ने कहा बांग्लादेशी मुस्लिम राज्य से घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) को लागू करने की भी मांग की है.

उन्होंने कहा कि NRC को लागू करने से पहले, नागरिकता (संशोधन) विधेयक के तहत बांग्लादेश के हिंदू शरणार्थियों के हित को ध्यान में रखा जाना चाहिए.

सिंहा ने कहा,'इससे पहले हमने 2017 के दौरान बंगाल में 55,000 हजार सदस्यों को जोड़ा था. इस बार हमारा लक्ष्य इस संख्या को 2 लाख पहुंचाने का है.'

यह सदस्यता अभियान 17 नवंबर से शुरू होगा और 1 दिसंबर तक चलेगा.

आपको बता दें, अपने हालिया सदस्यता अभियान के दौरान, भाजपा ने राज्य में 78 लाख सदस्य जोड़े थे.

भाजपा और RSS राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ ने पिछले कुछ वर्षों में बंगाल पश्चिम में गहरी पैठ बना ली है.

पश्चिम में एनआरसी के कार्यान्वयन पर बोलते हुए सिंहा ने कहा कि राज्य की सीमा से लगे जिला में पिछले 10 वर्षों में बांग्लादेशी मुसलमानों द्वारा घुसपैठ से पूरी तरह से बदल गए हैं.

पढ़ें-पीएम की अपील- जरूर देखें चंद्रयान-2 की लैंडिंग, फोटो करुंगा रिट्वीट

घुसपैठ की वजह से सिमावर्ती राज्यों में मुस्लिम बाहुल्य सीट बन गईं हैं जिनका इस्तेमाल करके त्रिणमूल कांग्रेस चुनाव जीत जाती है.

सिंघा ने लोकसभा की एक घटना का जिक्र किया जब 2005 में बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ के मुद्दे को उठाने की कोशिश की थी.उसके बाद उन्हे मना कर दिया गया तब बनर्जी ने तत्कालीन डिप्टी स्पीकर चरणजीत सिंह अटवाल पर कागज फेंक दिए थे.

सिंघा ने कहा कि उस समय सत्ताधारी दलों द्वारा बांग्लादेश में घुसपैठियों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था तब ममता बनर्जी ने घुसपैठ का विरोध किया था लेकिन आज वो वही काम खुद कर रहीं हैं.

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WB-VHP-MEMBERSHIP
VHP sets a target of making 2 lakh members in West Bengal
         Kolkata, Sep 6 (PTI) Buoyed by the performance of the
BJP in the Lok Sabha polls in West Bengal, the Vishwa Hindu
Parishad (VHP) has set a target of increasing its number of
members from 55,000 to 2 lakh in the state during a drive to
be launched next month.
         The organisation also demanded implementation of the
National Register of Citizens (NRC) in order to drive out
Bangladeshi Muslim infiltrators from the state, VHP national
secretary Sachindranath Singha said here on Friday.
         But before implementing the NRC, the interest of the
Hindu refugees from Bangladesh should be taken care of via the
Citizenship (Amendment) Bill, he said.
         "According to the 2017 membership drive data, we have
around 55,000 members in the state. Now we are launching
another drive and have set a target to make at least 2 lakh
members," Singha said.
         The membership drive will begin from November 17 and
will end on December 1.
         "There is a growing interestin the VHP and its
activities in Bengal. We are hopeful of surpassingour
target," Singha told reporters.
         The saffron camp, including the BJP and its
ideological fountainhead RSS, has made deep inroads in West
Bengal in the last few years.
         In 2019 Lok Sabha polls, the BJP won 18 out of the 42
Lok Sabha seats in the state, only four less than the ruling
Trinamool Congress' 22.
         During its recent membership drive, the BJP has
clocked a staggering 78 lakh membership in the state.
         Speaking on the implementation of the NRC in West
Bengal, Singha said the demography in the state's bordering
districts has completely changed in the last 10 yearsdue to
infiltration by Bangladeshi Muslims.
         But the Citizenship (Amendment) Bill should be put
into effect before the NRC to give citizenship status to Hindu
refugees from Bangladesh and other neighbouring countries, he
said.
         "The demography of 60 Assembly seats bordering
Bangladesh has changed completely. Those seats have Muslim
majority and the TMC is eyeing those seats to win the Assembly
election in the state," Singha said.
         Singha referred to an incident in the Lok Sabha in
2005 when Banerjee as a TMC MP had tried to raise the issue of
illegal infiltration in West Bengal. After she was denied
permission, Banerjee had thrown papers at the then deputy
speaker Charanjit Singh Atwal.
         "Mamata Banerjee had opposed infiltration from
Bangladesh as the infiltrators were then used as a vote bank
by those in power at that time. Now, the TMC is doing the
same," he claimed. PTI PNT
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Last Updated : Sep 29, 2019, 5:13 PM IST
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