कोलकाता: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन से प्रसन्न विश्व हिंदू परिषद ( वीएचपी) ने सद्यस्यों की संख्या बढ़ाने का लक्ष्य रखा है. राज्य में अगले महिने चलाए जा रहे प्रोग्राम के दौरान सदस्यों को जोड़कर उनकी संख्या 55,000 से 2 लाख पहुंचाने का लक्ष्य रखा है.
विहिप राष्ट्रीय सचिव सचिंद्रनाथ सिंहा ने कहा बांग्लादेशी मुस्लिम राज्य से घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) को लागू करने की भी मांग की है.
उन्होंने कहा कि NRC को लागू करने से पहले, नागरिकता (संशोधन) विधेयक के तहत बांग्लादेश के हिंदू शरणार्थियों के हित को ध्यान में रखा जाना चाहिए.
सिंहा ने कहा,'इससे पहले हमने 2017 के दौरान बंगाल में 55,000 हजार सदस्यों को जोड़ा था. इस बार हमारा लक्ष्य इस संख्या को 2 लाख पहुंचाने का है.'
यह सदस्यता अभियान 17 नवंबर से शुरू होगा और 1 दिसंबर तक चलेगा.
आपको बता दें, अपने हालिया सदस्यता अभियान के दौरान, भाजपा ने राज्य में 78 लाख सदस्य जोड़े थे.
भाजपा और RSS राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ ने पिछले कुछ वर्षों में बंगाल पश्चिम में गहरी पैठ बना ली है.
पश्चिम में एनआरसी के कार्यान्वयन पर बोलते हुए सिंहा ने कहा कि राज्य की सीमा से लगे जिला में पिछले 10 वर्षों में बांग्लादेशी मुसलमानों द्वारा घुसपैठ से पूरी तरह से बदल गए हैं.
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घुसपैठ की वजह से सिमावर्ती राज्यों में मुस्लिम बाहुल्य सीट बन गईं हैं जिनका इस्तेमाल करके त्रिणमूल कांग्रेस चुनाव जीत जाती है.
सिंघा ने लोकसभा की एक घटना का जिक्र किया जब 2005 में बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ के मुद्दे को उठाने की कोशिश की थी.उसके बाद उन्हे मना कर दिया गया तब बनर्जी ने तत्कालीन डिप्टी स्पीकर चरणजीत सिंह अटवाल पर कागज फेंक दिए थे.
सिंघा ने कहा कि उस समय सत्ताधारी दलों द्वारा बांग्लादेश में घुसपैठियों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था तब ममता बनर्जी ने घुसपैठ का विरोध किया था लेकिन आज वो वही काम खुद कर रहीं हैं.