बलरामपुर : छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के क्वॉरंटाइन सेंटर में एक युवक से मारपीट का मामला सामने आया. इसके बाद सरगुजा सांसद और केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह पीड़ित युवक से मिलने पहुंचीं. इस दौरान उन्होंने तहसीलदार और जनपद सीईओ को जमकर फटकार लगाई. उन्होंने कहा, 'मैं बंद और अंधेरे कमरे में ले जाकर बेल्ट से पीटना भी जानती हूं.'
रेणुका सिंह ने इसके साथ ही कलेक्टर और पुलिस अधिक्षक से मिलकर मामले की निष्पक्ष जांच कराने की भी बात कही है.
मंत्री ने फटकार लगाने के दौरान कहा कि यह दादागीरी नहीं चलेगी. उन्होंने जनपद सीईओ और तहसीलदार पर मारपीट के आरोप लगाए थे.
पीड़ित युवक दिलीप गुप्ता को जिला मुख्यालय के क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था. युवक ने क्वारंटाइ सेंटर की व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए थे. साथ ही जिला प्रशासन की लापरवाही को वीडियो के जरिए सोशल मीडिया में शेयर किया था.
वीडियो के वायरल होने के बाद कथित रूप से युवक के साथ तहसीलदार और जनपद सीईओ ने मारपीट की थी. इसके बाद उसे काफी चोटें आई थीं.
बीजेपी कार्यकर्ता और युवक के परिजन ने तहसीलदार और जनपद सीईओ की शिकायत रेणुका सिंह से की थी. इसके बाद केंद्रीय मंत्री खुद युवक से मिलने पहुंचीं. फिलहाल युवक को ग्राम पंचायत डौरा के क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है.
युवक की पीठ पर चोट के निशान देखकर सांसद रेणुका सिंह भड़क गईं और वहीं पर तहसीलदार और जनपद सीईओ को जमकर फटकार लगाने लगीं.
रेणुका ने कहा कि युवक के साथ दोनों अधिकारियों ने मारपीट की है और फिर अपना जुर्म छिपाने के लिए उसे दूसरे क्वारंटाइन सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि पीड़ित युवक पढ़ा लिखा है. अपने अधिकारों को जानता है. यही उसके लिए अपराध बन गया.