नई दिल्ली : नागरिक संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ देश भर में प्रदर्शन के बाद अब इसके समर्थन में भी लोग सड़कों पर उतरे हैं. आज दिल्ली के कनॉट पैलेस में हजारों की संख्या में लोग इसके समर्थन में जुटे और प्रदर्शन किया.
ईटीवी भारत ने इनमें से कुछ प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर नागरिकता संशोधन कानून पर उनकी राय जानी. ज्यादातर लोगों का कहना है कि नागरिकता संशोधन कानून किसी भी धर्म, सम्प्रदाय और भारतीय नागरिक के खिलाफ नहीं है.
लगभग दो घंटे चले इस प्रदर्शन में लोगों ने देश भक्ति के नारे के साथ मोदी सरकार के प्रति अपना समर्थन जताया. पुलिस ने भी कानून के पक्ष में हो रहे प्रदर्शन को आराम से चलने दिया और सुरक्षा व्यवस्था का इन्तजाम भी चाक चौबंद बनाए रखा.
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हालांकि, गुरूवार को वामपंथी दलों ने कानून के विरोध में प्रदर्शन करने की कोशिश की थी, लेकिन उनका आरोप था की शांतिपूर्ण प्रदर्शन को भी दिल्ली के मंडी हाउस पर ही रोक दिया गया और प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया था.
भाजपा की तमिलनाडु इकाई ने शुक्रवार को नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में राज्य में प्रदर्शन करते हुए द्रमुक समेत विपक्षी दलों पर मुसलमानों और अन्य लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया.
भाजपा का झंडा और आई सपोर्ट सीएए लिखे बैनर थामे लगभग 500 कार्यकर्ता यहां वल्लुवरकोट्टम में एकत्रित हुए.
उन्होंने 'भारत माता की जय' और 'हम भारत के लोकतंत्र को मजबूत करेंगे' के नारे लगाए.
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एच राजा ने सीएए विरोधी रुख के लिये विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि गृह मंत्री ने शानदार कानून पेश किया है.
हालांकि,ज्यादातर युवा और छात्र राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े हुए हैं.