ETV Bharat / bharat

विज्ञान महोत्सव के पहले ही दिन बना गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

पांचवें भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव 2019 के पहले दिन 1,598 छात्रों ने स्पेक्ट्रोस्कोप का इस्तेमाल किए जाने का सबसे बड़ी कक्षा आयोजित होने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया है. इस विज्ञान महोत्सव में चार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं. जानें विस्तार से...

विज्ञान महोत्सव के पहले ही दिन बना गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड
author img

By

Published : Nov 6, 2019, 12:02 PM IST

कोलकाता : विज्ञान की नगरी कोलकाता में आयोजित पांचवें भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव 2019 के पहले दिन मंगलवार को खगोल भौतिकी के प्रशिक्षण में एक साथ 1,598 छात्रों ने भागीदारी की. इस दौरान स्पेक्ट्रोस्कोप का इस्तेमाल किए जाने का सबसे बड़ी कक्षा आयोजित होने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम हुआ.

दरअसल, चार दिवसीय इस विज्ञान महोत्सव में चार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिनमें महोत्सव के पहले ही दिन पहली कामयाबी मिल चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज्ञान महोत्सव को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मंगलवार को संबोधित किए जाने के तुरंत बाद पहला गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल किए जाने की घोषणा की गई.

इस उपलब्धि को भारत के महान वैज्ञानिक मेघनाथ साहा और सी.वी. रमण को समर्पित किया गया.

इसे भी पढ़ें- PM मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से किया इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल का उद्घाटन

आगे की कार्यक्रमों में और तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम करने की कोशिश की जाएगी.

खगोल वैज्ञानिक आकाशीय पिंडों का तापमान, रासायनिक संरचना जैसे तथ्य जानने के लिए स्पेक्ट्रोस्कोप का इस्तेमाल करते हैं. कार्डबोर्ड के एक बक्से का इस्तेमाल करके कोई आसानी से एडवांस्ड स्पेक्ट्रोस्कोप का निजी तौर पर छोटा सा मॉडल बना सकता है. स्पेक्ट्रोस्को में प्रकाश का पहुंचाने के लिए अत्यंत छोटी खिड़की का इस्तेमाल किया जाता है. विवर्तन की प्रक्रिया द्वारा प्रकाश को बिखेरने के लिए कॉपैक्ट डिस्क का इस्तेमाल किया जाता है.

कोलकाता : विज्ञान की नगरी कोलकाता में आयोजित पांचवें भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव 2019 के पहले दिन मंगलवार को खगोल भौतिकी के प्रशिक्षण में एक साथ 1,598 छात्रों ने भागीदारी की. इस दौरान स्पेक्ट्रोस्कोप का इस्तेमाल किए जाने का सबसे बड़ी कक्षा आयोजित होने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम हुआ.

दरअसल, चार दिवसीय इस विज्ञान महोत्सव में चार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिनमें महोत्सव के पहले ही दिन पहली कामयाबी मिल चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज्ञान महोत्सव को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मंगलवार को संबोधित किए जाने के तुरंत बाद पहला गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल किए जाने की घोषणा की गई.

इस उपलब्धि को भारत के महान वैज्ञानिक मेघनाथ साहा और सी.वी. रमण को समर्पित किया गया.

इसे भी पढ़ें- PM मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से किया इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल का उद्घाटन

आगे की कार्यक्रमों में और तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम करने की कोशिश की जाएगी.

खगोल वैज्ञानिक आकाशीय पिंडों का तापमान, रासायनिक संरचना जैसे तथ्य जानने के लिए स्पेक्ट्रोस्कोप का इस्तेमाल करते हैं. कार्डबोर्ड के एक बक्से का इस्तेमाल करके कोई आसानी से एडवांस्ड स्पेक्ट्रोस्कोप का निजी तौर पर छोटा सा मॉडल बना सकता है. स्पेक्ट्रोस्को में प्रकाश का पहुंचाने के लिए अत्यंत छोटी खिड़की का इस्तेमाल किया जाता है. विवर्तन की प्रक्रिया द्वारा प्रकाश को बिखेरने के लिए कॉपैक्ट डिस्क का इस्तेमाल किया जाता है.

ZCZC
PRI ERG ESPL NAT
.KOLKATA CES21
WB-SCIENCE-GUINNESS
1,598 students create Guinness Record for Largest astrophysics
lesson
         Kolkata, Nov 5 (PTI) Over 1,598 students on Tuesday
created a Guinness World Record for the Largest astrophysics
lesson and assembly of spectroscopes here, organisers said.
         The feat was achieved on the first day of the India
International Science Festival (IISF) at the Science City.
         Astronomers use spectroscopes to know details such as
temperature and chemical composition of celestial objects that
are light years away from the earth.
         A small model of advanced spectroscopes can be made by
using a cardboard box with a very narrow window for
channelling light into the device, an IISF spokesperson said.
         On behalf of the Guinness Book of World Records, a
memento was given to the Inter University Centre for Astronomy
and Astrophysics, organisers of the session, at the end of the
programme.
         Students from various schools across the country took
great interest in learning about the creation of the universe
and our cosmic system, the spokesperson said.
         The session was dedicated to Dr C V Raman and Dr
Meghnad Saha. PTI SUS BDC
NN
NN
11052226
NNNN
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.