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श्रीलंकाई पीएम राजपक्षे पहुंचे सारनाथ, बौद्ध स्थली में की विश्व शांति की कामना - भगवान बुद्ध की पूजा

भारत दौरे पर आए श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे रविवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पहुंचे. श्री काशी विश्वनाथ और काल भैरव मंदिरों में दर्शन-पूजन के बाद वह बौद्ध स्थली सारनाथ पहुंचे. सारनाथ में उन्होंने भगवान गौतम बुद्ध की पूजा-अर्चना की और उनसे जुड़ी चीजों का अवलोकन किया

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श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे
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Published : Feb 9, 2020, 10:32 PM IST

Updated : Feb 29, 2020, 7:30 PM IST

वाराणसी: श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी बनारस में रविवार की सुबह बाबा विश्वनाथ का दर्शन किया. इसके बाद उन्होंने काल भैरव के दरबार में मत्था टेका. कुछ होटल में विश्राम के बाद राजपक्षे बौद्धस्थली सारनाथ पहुंचे. उन्होंने पूरे सारनाथ परिसर का भ्रमण किया और भगवान गौतम बुद्ध की मूर्ति के सामने बैठकर पूजा-अर्चना की.

राजपक्षे ने देश में शांति और भारत-श्रीलंका के रिश्ते को और मजबूत करने की कामना की. पूजा-अर्चना कराने वाले पुजारी ने बताया कि श्रीलंका के प्रधानमंत्री को यह देख कर बड़ी खुशी हुई कि भारत में गौतम बुद्ध से जुड़ी हुई जितनी भी चीजें हैं, वह बेहद ही सुरक्षित और संरक्षित रूप से रखी गई हैं.

श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने बौद्ध स्थली सारनाथ का भ्रमण किया.

श्रीलंकाई प्रधानमंत्री राजपक्षे ने सारनाथ के म्यूजियम में गौतम बुद्ध से जुड़ी सारी चीजों का अवलोकन किया. इसके बाद उन्होंने खुदाई में प्राप्त हुए अशोक स्तंभ और खंडों का जायजा लिया. यहां से वह धम्म स्तूप के पास पहुंचे और काफी देर तक सारी चीजों के बारे में जानकारी लेते दिखे.

राजपक्षे धम्म स्तूप से निकलकर सीधे गौतम बुद्ध मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजन-अर्चन किया और काफी भव्य तरीके से मंदिर में भेंट भी चढ़ाई. मंदिर पर पहुंचे लोगों ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री को सिल्क के दुपट्टे भी पहनाए और उनका भव्य रूप से स्वागत किया.

इसे भी पढ़ें- श्रीलंकाई प्रधानमंत्री राजपक्षे ने किया बाबा विश्वनाथ का दर्शन

श्रीलंकाई प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे जब भगवान बुद्ध के उपदेश स्थली पर पहुंचे, तो वहां भी गौतम बुद्ध से जुड़ी चीजों को देखकर वह बेहद ही उत्साहित और खुश नजर आए. उनका मानना था कि जिस तरीके से भारत में गौतम बुद्ध से जुड़ी हुई चीजों को संरक्षित रखा गया है यह बेहद खास है. कहीं न कहीं पूरे विश्व में शांति हो. इसकी भी कामना श्रीलंकाई प्रधानमंत्री ने की.

वाराणसी: श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी बनारस में रविवार की सुबह बाबा विश्वनाथ का दर्शन किया. इसके बाद उन्होंने काल भैरव के दरबार में मत्था टेका. कुछ होटल में विश्राम के बाद राजपक्षे बौद्धस्थली सारनाथ पहुंचे. उन्होंने पूरे सारनाथ परिसर का भ्रमण किया और भगवान गौतम बुद्ध की मूर्ति के सामने बैठकर पूजा-अर्चना की.

राजपक्षे ने देश में शांति और भारत-श्रीलंका के रिश्ते को और मजबूत करने की कामना की. पूजा-अर्चना कराने वाले पुजारी ने बताया कि श्रीलंका के प्रधानमंत्री को यह देख कर बड़ी खुशी हुई कि भारत में गौतम बुद्ध से जुड़ी हुई जितनी भी चीजें हैं, वह बेहद ही सुरक्षित और संरक्षित रूप से रखी गई हैं.

श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने बौद्ध स्थली सारनाथ का भ्रमण किया.

श्रीलंकाई प्रधानमंत्री राजपक्षे ने सारनाथ के म्यूजियम में गौतम बुद्ध से जुड़ी सारी चीजों का अवलोकन किया. इसके बाद उन्होंने खुदाई में प्राप्त हुए अशोक स्तंभ और खंडों का जायजा लिया. यहां से वह धम्म स्तूप के पास पहुंचे और काफी देर तक सारी चीजों के बारे में जानकारी लेते दिखे.

राजपक्षे धम्म स्तूप से निकलकर सीधे गौतम बुद्ध मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजन-अर्चन किया और काफी भव्य तरीके से मंदिर में भेंट भी चढ़ाई. मंदिर पर पहुंचे लोगों ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री को सिल्क के दुपट्टे भी पहनाए और उनका भव्य रूप से स्वागत किया.

इसे भी पढ़ें- श्रीलंकाई प्रधानमंत्री राजपक्षे ने किया बाबा विश्वनाथ का दर्शन

श्रीलंकाई प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे जब भगवान बुद्ध के उपदेश स्थली पर पहुंचे, तो वहां भी गौतम बुद्ध से जुड़ी चीजों को देखकर वह बेहद ही उत्साहित और खुश नजर आए. उनका मानना था कि जिस तरीके से भारत में गौतम बुद्ध से जुड़ी हुई चीजों को संरक्षित रखा गया है यह बेहद खास है. कहीं न कहीं पूरे विश्व में शांति हो. इसकी भी कामना श्रीलंकाई प्रधानमंत्री ने की.

Intro:एंकर: आज सुबह से ही वाराणसी में श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंद्र राजपक्ष ने पहले बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए उसके बाद वह काल भैरव जाकर दर्शन किए। जिसके बाद वह अपने होटल गए वहां कुछ देर विश्राम करने के बाद वह सीधे सारनाथ पहुंचे। जहां उन्होंने पूरे सारनाथ का अवलोकन किया और गौतम बुध के सामने बैठकर पूजन अर्चन कर देश में शांति हो और भारत और श्रीलंका के रिश्ते और भी मजबूत हो यह कामना की। वही पूजन अर्चन करवाने वाले पुजारी का कहना है कि प्रधानमंत्री को यह देख कर बड़ी खुशी हुई कि भारत में गौतम बुद्ध से जुड़ी हुई जितनी भी चीजें हैं वह बेहद ही सुरक्षित और बेहद ही संरक्षित रूप से रखी गई हैं।


Body:वीओ: सबसे पहले श्रीलंका के प्रधानमंत्री पहुंचे सारनाथ के म्यूजियम में गौतम बुद्ध से जुड़ी हुई सारी चीजों का अवलोकन करने के बाद। वह खुदाई में प्राप्त हुए अशोक स्तंभ व खंडों का जायजा लिया जिसके बाद वह धर्म स्तूप के पास पहुंचकर काफी देर तक सारी चीजों के बारे में जानकारी लेते हुए दिखाई दिए। वहां से निकलकर व सीधे गौतम बुद्ध की मंदिर पहुंचे जहां पर उन्होंने बैठकर पूजन अर्चन किया और काफी भव्य तरीके से मंदिर में भेट भी चढ़ाई। मंदिर पर पहुंचे लोगों ने प्रधानमंत्री को सिल्क के दुपट्टे भी पहनाए और उनका स्वागत बेहद ही भव्य रूप से सारनाथ में किया गया।


Conclusion:वीओ: वहीं जब श्रीलंकाई प्रधानमंत्री उपदेश स्थल पर पहुंचे तो वह देखकर अभिभूत रह गए और वहां पर भी गौतम बुध की चीजों को देखकर बेहद ही उत्साहित व खुश नजर आए। उनका मानना यह था कि जिस तरीके से भारत में गौतम बुद्ध से जुड़ी हुई चीजों को संरक्षित रखा है यह बेहद खास है। और कहीं ना कहीं पूरे विश्व में शांति हो इसकी भी कामना श्रीलंकाई प्रधानमंत्री ने की।

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अमित दत्ता वाराणसी
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Last Updated : Feb 29, 2020, 7:30 PM IST
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