नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को हाथरस गैंगरेप और हत्या मामले में उच्चतम न्यायालय की निगरानी में जांच की मांग करते हुए आरोप लगाया कि विशेष जांच दल (एसआईटी) के सदस्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कठपुतलियों के रूप में काम कर रहे हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस अखिल भारतीय महिला संगठन की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने कहा कि यह स्पष्ट है कि जिस तारीख से एक युवा असहाय लड़की का बलात्कार हुआ, उत्तर प्रदेश सरकार के सभी संस्थान इस मामले की लीपापोती में लग गए. एसआईटी मामले के 14 दिनों के बाद गठीत की गई. सीबीआई जांच के आदेश दिए गए हैं, लेकिन आज तक वे जमीन पर नहीं गए हैं. आगरा में फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (एफएसएल) की रिपोर्ट बताती है कि बलात्कार हुआ ही नहीं. हालांकि, विशेषज्ञ यह कहते हुए रिपोर्ट पर सवाल उठा रहे हैं कि नमूने मामले के 11 दिन बाद एकत्र किए गए थे.
सुष्मिता देव ने आगे कहा कि एसआईटी टीम योगी आदित्यनाथ की कठपुतलियां हैं. एसआईटी का सारा ध्यान आदित्यनाथ सरकार को नुकसान से बचाने में है. 19 वर्षीय लड़की की मौत उनके लिए कोई मायने नहीं रखती. शनिवार को कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मुलाकात की. मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में पीड़ित परिवार की मांगों को साझा करते हुए कहा कि यूपी सरकार को जवाब देना चाहिए. मांगों को दोहराते हुए सुष्मिता देव ने कहा कि सबसे पहले परिवार सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में न्यायिक जांच की मांग करता है. दूसरा सरकार ने सीबीआई जांच की घोषणा की है, लेकिन जमीन पर इसकी जांच नहीं दिख रही है.
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कांग्रेस ने हाथरस डीएम को तत्काल निलंबित करने की भी मांग की. डीएम ने पीड़ित परिवार को अपना रुख नरम करने के लिए कहा था. कांग्रेस नेता ने कहा कि
वह हाथरस पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए देश भर में सत्याग्रह भी कर रही है. इसके तहत पार्टी की सभी राज्य इकाइयों ने गांधी प्रतिमा या अंबेडकर प्रतिमा के सामने मौन धरना दिया.