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कांग्रेस की ओर से सज्जन सिंह के भाई को टिकट मिलने पर भड़के सिख

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Published : Apr 21, 2019, 11:53 PM IST

Updated : Apr 22, 2019, 7:04 AM IST

कांग्रेस की ओर से सज्जन सिंह के भाई को टिकट मिलने पर गुरुद्वारा कमेटी के सदस्य भड़क उठे हैं. कमेटी के सदस्यों ने आज कांग्रेस पार्टी के पुराने मुख्यालय के पास विरोध प्रदर्शन किया.

कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए गुरुद्वारा कमेटी के सदस्य

नई दिल्लीः कांग्रेस के लिए उम्मीदवारों का चयन मुश्किलों का सबब बनता जा रहा है. आज दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन कांग्रेस पार्टी के पुराने मुख्यालय के पास हुआ.

दरअसल कांग्रेस की ओर से सज्जन कुमार के भाई रमेश कुमार को टिकट मिला है जिस कारण कमेटी सदस्य भड़क उठे हैं.

सिक्खों ने यहां कांग्रेस विरोधी नारे लगाए और साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पुतले भी जलाए.

कमेटी के सदस्यों ने दक्षिण दिल्ली की सीट के लिए सज्जन कुमार के भाई रमेश कुमार को टिकट मिलने पर नाराजगी जताई.

कांग्रेस के विरोध में प्रदर्शन करते गुरुद्वारा कमेटी के सदस्य

उन्होंने सज्जन कुमार को दोषी ठहराया और कांग्रेस की रिपोर्ट का विरोध किया.

इससे पहले सज्जन कुमार को 2009 में टिकट मिलने पर भी सिख समुदाय ने विरोध किया था. तत्पश्चात उनका टिकट काट दिया गया था.

पढ़ेंः बीजेपी ने सात उम्मीदवारों की सूची जारी की, मनोज तिवारी और डॉ हर्षवर्धन को मिले टिकट

बता दें सज्जन कुमार को दिल्ली हाईकोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी. जिसका कारण 31 अक्टूबर 1984 को हुई वारदात थी. सज्जन कुमार पर सिख विराधी दंगे भड़काने का आरोप था.

1984 के मामले की मुख्य गवाह निरप्रीत कौर ने कहा कि 34 साल की कड़ी कार्यवाही के बाद हमें न्याय मिला. कांग्रेस ने चुनावों के लिए सज्जन सिह के भाई के नाम पर विचार किया जिससे यह स्पष्ट हो गया कि पुरानी पार्टी इन लोगों को बचाने की कितनी कोशिश कर रही है.

ऑल इंडिया 1984 दंगा पीड़ित समिति के अध्यक्ष कुल्दीप सिंह ने कांग्रेस पार्टी को सिखों का एक नंबर दुश्मन कहा.

उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी केवल अपने टिकट पर विचार कर रही है, क्योंकि उन्हें डर है कि वह 1984 के मामले में सोनिया व राहुल का नाम ले सकते हैं.

सरदार मंजीत सिंह व कईं प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया. इन प्रदर्शनकारियों को मंदिरमार्ग पुलिस स्टेशन ले जाया गया है.

नई दिल्लीः कांग्रेस के लिए उम्मीदवारों का चयन मुश्किलों का सबब बनता जा रहा है. आज दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन कांग्रेस पार्टी के पुराने मुख्यालय के पास हुआ.

दरअसल कांग्रेस की ओर से सज्जन कुमार के भाई रमेश कुमार को टिकट मिला है जिस कारण कमेटी सदस्य भड़क उठे हैं.

सिक्खों ने यहां कांग्रेस विरोधी नारे लगाए और साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पुतले भी जलाए.

कमेटी के सदस्यों ने दक्षिण दिल्ली की सीट के लिए सज्जन कुमार के भाई रमेश कुमार को टिकट मिलने पर नाराजगी जताई.

कांग्रेस के विरोध में प्रदर्शन करते गुरुद्वारा कमेटी के सदस्य

उन्होंने सज्जन कुमार को दोषी ठहराया और कांग्रेस की रिपोर्ट का विरोध किया.

इससे पहले सज्जन कुमार को 2009 में टिकट मिलने पर भी सिख समुदाय ने विरोध किया था. तत्पश्चात उनका टिकट काट दिया गया था.

पढ़ेंः बीजेपी ने सात उम्मीदवारों की सूची जारी की, मनोज तिवारी और डॉ हर्षवर्धन को मिले टिकट

बता दें सज्जन कुमार को दिल्ली हाईकोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी. जिसका कारण 31 अक्टूबर 1984 को हुई वारदात थी. सज्जन कुमार पर सिख विराधी दंगे भड़काने का आरोप था.

1984 के मामले की मुख्य गवाह निरप्रीत कौर ने कहा कि 34 साल की कड़ी कार्यवाही के बाद हमें न्याय मिला. कांग्रेस ने चुनावों के लिए सज्जन सिह के भाई के नाम पर विचार किया जिससे यह स्पष्ट हो गया कि पुरानी पार्टी इन लोगों को बचाने की कितनी कोशिश कर रही है.

ऑल इंडिया 1984 दंगा पीड़ित समिति के अध्यक्ष कुल्दीप सिंह ने कांग्रेस पार्टी को सिखों का एक नंबर दुश्मन कहा.

उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी केवल अपने टिकट पर विचार कर रही है, क्योंकि उन्हें डर है कि वह 1984 के मामले में सोनिया व राहुल का नाम ले सकते हैं.

सरदार मंजीत सिंह व कईं प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया. इन प्रदर्शनकारियों को मंदिरमार्ग पुलिस स्टेशन ले जाया गया है.

Intro:Problems for Congress over selection of candidates for Delhi's Parliamentary seats continue to escalate as members of the Delhi Gurudwara Committee staged protest near grand old party's headquarter at Akbar Road today.


Body:They raised anti-Congress slogans and burnt effigies of its President Rahul Gandhi and 1984 riots convict Sajjan Kumar. They protested as reports of Congress considering Sajjan Kumar's brother Ramesh Kumar for South Delhi seat emerged.

Talking exclusively to exclusively to ETV Bharat, prime witness in the 1984 case Nirpreet Kaur said, 'after 34 years of hard fought battle we got justice in the case. With Congress considering his brother's name for polls, it clears that how grand old party is trying to save these people.'





Conclusion:President of All India 1984 riot victim, Kuldeep Singh called Congress party the number one enemy of the Sikhs. He even claimed, 'Congress is only considering to give his ticket as they fear that he might take Sonia and Rahul's name in the 1984 case.'

Several protesters including Sardar Manjeet Singh were detained by the police. These protesters have been taken Mandir Marg police station.
Last Updated : Apr 22, 2019, 7:04 AM IST
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