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सीएए विरोधियों पर शिवसेना का बयान- कुछ लोग बिना पढ़े कर रहे विरोध - सीएए-एनसीआर पर शिवसेना

देशभर में तमाम पार्टियां वैचारिक कारण बताकर सीएए-एनसीआर का विरोध कर रही है. इससे इतर महाराष्ट्र में सत्तारुढ़ दल शिवसेना अपने विचारधारा से ठीक उलट दल कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन की सरकार चला रही है. उधर शिवसेना ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए)-राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) विरोध पर भाजपा का साथ दिया है. उन्होंने कहा है कि सीएए-एनसीआर पर कुछ लोग बिना पढ़े-जानें इसका विरोध कर रहे है.

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शिवसेना सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने ईटीवी से बातचीत की.
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Published : Jan 31, 2020, 11:18 PM IST

Updated : Feb 28, 2020, 5:35 PM IST

नई दिल्ली : शिवसेना सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) विरोध पर भाजपा का साथ दिया है. उन्होंने कहा है कि सीएए-एनसीआर पर कुछ लोग बिना पढ़े-जानें इसका विरोध कर रहे है. इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र में कानून का विरोध करने का, समर्थन करने का अधिकार है. जिसको जो चाहे करे, लेकिन इससे देश का बंटवारा ना हो.

बता दें कि देशभर में तमाम पार्टियां वैचारिक कारण बताकर सीएए-एनसीआर का विरोध कर रही हैं. इससे इतर महाराष्ट्र में सत्तारुढ़ दल शिवसेना अपनी विचारधारा से ठीक उलट कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन की सरकार चला रही है.

शिवसेना सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने ईटीवी से बातचीत की.

शरजील पर की गई कार्रवाई को लेकर 'सामना' में केंद्र सरकार की प्रशंसा की गई थी. ज्ञात हो कि 'सामना' शिवसेना का मुखपत्र है. देश में चल रहे राजनैतिक उठापटक से जुड़े विषयों पर शिवसेना सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने ईटीवी भारत से बातचीत की.

शिवसेना सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने ईटीवी से बातचीत की.

वहीं सीएए-एनसीआर के विरोध पर शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने स्पष्ट जबाव दिया. सावंत ने कहा कि संसद में भले ही तमाम विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार की सीएए और एनपीआर का विरोध कर रही है, लेकिन हमारी अपनी विचारधारा है और शिवसेना इसका विरोध नहीं करेगी. सीएए का विरोध करने वाले दलों के साथ महाराष्ट्र में गठबंधन पर सावंत ने कहा कि हम न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत कांग्रेस, एनसीपी के साथ सरकार बनाए हैं.

वर्तमान में शाहीन बाग जैसे ज्वलंत मुद्दे से जुड़े एक सवाल पर शिवसेना सांसद ने कहा कि दिल्ली की जनता चुनाव में तय करेगी की क्या सच है और क्या झूठ है.

हालिया देश में उत्पन्न माहौल पर सावंत ने कहा कि देश में कुछ लोग चाहते है कि देश में दंगा फैले. हालांकि उन्होंने इस दौरान किसी भी दल का नाम लेने से साफ इंकार कर दिया.

शाहीन बाग प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि संविधान धरना करने का अधिकार देता है लेकिन उसका दुरुपयोग नहीं करें.

इसे भी पढ़ें- कांग्रेस, एनसीपी के सामने झुक गई है शिवसेना : रामदास अठावले

क्या शिवसेना का स्टैंड भाजपा के लिए फिर से सॉफ्ट हो रहा है इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सॉफ्ट होने का सवाल ही नहीं है. शिवसेना कभी भी सॉफ्ट विचारधारा वाली पार्टी नहीं रही है. वह तो केंद्र में भाजपा के साथ रहकर भी विरोध किया करती थी. हां यह जरूर है कि जब बात राष्ट्रवाद कि या फिर हिंदुत्व की हो, इन तमाम मुद्दों पर शिवसेना की विचारधारा एक है. यह विचारधार बाला साहब ठाकरे के समय से चला आ रहा है.

बता दें कि शिवसेना ने सीएए पर संसद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का लोकसभा में साथ दिया और राज्यसभा में वॉकआउट कर गई थी.

नई दिल्ली : शिवसेना सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) विरोध पर भाजपा का साथ दिया है. उन्होंने कहा है कि सीएए-एनसीआर पर कुछ लोग बिना पढ़े-जानें इसका विरोध कर रहे है. इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र में कानून का विरोध करने का, समर्थन करने का अधिकार है. जिसको जो चाहे करे, लेकिन इससे देश का बंटवारा ना हो.

बता दें कि देशभर में तमाम पार्टियां वैचारिक कारण बताकर सीएए-एनसीआर का विरोध कर रही हैं. इससे इतर महाराष्ट्र में सत्तारुढ़ दल शिवसेना अपनी विचारधारा से ठीक उलट कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन की सरकार चला रही है.

शिवसेना सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने ईटीवी से बातचीत की.

शरजील पर की गई कार्रवाई को लेकर 'सामना' में केंद्र सरकार की प्रशंसा की गई थी. ज्ञात हो कि 'सामना' शिवसेना का मुखपत्र है. देश में चल रहे राजनैतिक उठापटक से जुड़े विषयों पर शिवसेना सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने ईटीवी भारत से बातचीत की.

शिवसेना सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने ईटीवी से बातचीत की.

वहीं सीएए-एनसीआर के विरोध पर शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने स्पष्ट जबाव दिया. सावंत ने कहा कि संसद में भले ही तमाम विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार की सीएए और एनपीआर का विरोध कर रही है, लेकिन हमारी अपनी विचारधारा है और शिवसेना इसका विरोध नहीं करेगी. सीएए का विरोध करने वाले दलों के साथ महाराष्ट्र में गठबंधन पर सावंत ने कहा कि हम न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत कांग्रेस, एनसीपी के साथ सरकार बनाए हैं.

वर्तमान में शाहीन बाग जैसे ज्वलंत मुद्दे से जुड़े एक सवाल पर शिवसेना सांसद ने कहा कि दिल्ली की जनता चुनाव में तय करेगी की क्या सच है और क्या झूठ है.

हालिया देश में उत्पन्न माहौल पर सावंत ने कहा कि देश में कुछ लोग चाहते है कि देश में दंगा फैले. हालांकि उन्होंने इस दौरान किसी भी दल का नाम लेने से साफ इंकार कर दिया.

शाहीन बाग प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि संविधान धरना करने का अधिकार देता है लेकिन उसका दुरुपयोग नहीं करें.

इसे भी पढ़ें- कांग्रेस, एनसीपी के सामने झुक गई है शिवसेना : रामदास अठावले

क्या शिवसेना का स्टैंड भाजपा के लिए फिर से सॉफ्ट हो रहा है इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सॉफ्ट होने का सवाल ही नहीं है. शिवसेना कभी भी सॉफ्ट विचारधारा वाली पार्टी नहीं रही है. वह तो केंद्र में भाजपा के साथ रहकर भी विरोध किया करती थी. हां यह जरूर है कि जब बात राष्ट्रवाद कि या फिर हिंदुत्व की हो, इन तमाम मुद्दों पर शिवसेना की विचारधारा एक है. यह विचारधार बाला साहब ठाकरे के समय से चला आ रहा है.

बता दें कि शिवसेना ने सीएए पर संसद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का लोकसभा में साथ दिया और राज्यसभा में वॉकआउट कर गई थी.

Intro: शिवसेना ने कहा है संसद में भले ही तमाम विपक्षी पार्टी केंद्र सरकार की सी ए ए और एनपीआर का विरोध कर रही हूं लेकिन हमारी अपनी विचारधारा है और जो काम ही किया गया है उस पर शिवसेना विरोध नहीं करेगी सरजील पर की गई कार्रवाई के लिए सामना में जो शिवसेना का मुखपत्र है केंद्र के गृहमंत्री की पढ़ाई की गई है साथ ही यह भी कहा गया है कि इसे राजनीतिक मुद्दा नहीं बने दिल दिया जाना चाहिए इस पर शिवसेना के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने कहा कि यह क्या है सर जल राष्ट्र विरोधी व्यक्ति का शिवसेना कभी भी समर्थन नहीं करेगी सरजील आखिर होता कौन है देश के स्वाद को बिगाड़ने का केंद्र ने जो अच्छा काम किया है उसकी शिवसेना पढ़ाई करेगी भले ही वह गठबंधन में किसी भी पार्टी के साथ रहे


Body:शाहीन बाग के मुद्दे को लेकर भाजपा लगातार विपक्षी पार्टियों पर आरोप लगा रही है इस सवाल का जवाब देते हुए अरविंद सावंत ने कहा शाहीन बाग का मुद्दा कोई मुद्दा है क्या वोटों के ध्रुवीकरण की कोशिश करने की बात की जा रही है लेकिन कौन कर रहा है यह सभी जानते हैं अरविंद सावन ने यह भी कहा कि शिवसेना जब केंद्र में भाजपा के साथी तब भी वह गठबंधन में रहते हुए भी अपनी सरकार की आलोचना करने वाली बातों की आलोचना किया करती थी भले ही वह महाराष्ट्र में गठबंधन में कांग्रेस के साथ है मगर इसका मतलब नहीं कि वह राष्ट्र विरोधी विचारधारा से कोई समझौता करेगी साथ ही उन्होंने यह भी कहा केंद्र सरकार को शाहीन बाघ और सरजील जैसे मुद्दे से आगे बढ़कर देश में बेरोजगारी आर्थिक नीति और इन तमाम बातों पर भी ध्यान देना चाहिए और वह बजट में यह उम्मीद करते हैं कि सरकार इन बातों का ख्याल रखेगी


Conclusion:क्या शिवसेना का स्टैंड भाजपा के लिए फिर से सॉफ्ट हो रहा है इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सॉफ्ट सॉफ्ट होने का सवाल ही नहीं शिवसेना कभी भी सॉफ्ट विचारधारा वाली पार्टी रही नहीं है वह तो केंद्र में भाजपा के साथ रहकर भी विरोधी पार्टियों की तरह उनके विरोधी कार्यों का विरोध किया करती थी ऐसे में भाजपा के साथ सॉफ्ट होने का कोई मतलब ही नहीं बनता लेकिन हां यह जरूर है कि जब बात आती है राष्ट्रवाद की या फिर हिंदुत्व की यह तमाम मुद्दों पर शिवसेना की अलग विचारधारा है जो बाला साहब ठाकरे के समय से चल रही है और इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए चाहे वह कोई भी पार्टी हो
Last Updated : Feb 28, 2020, 5:35 PM IST
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