जोधपुर : राजस्थान में आगामी दिनों में होने वाले राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के विधायकों को राज्यसभा चुनाव में मतदान के लिए करोड़ों रुपए का ऑफर मिलने की बात सामने आने के बाद एक तरह से राजनीतिक भूचाल सा आ गया है. जिसके चलते कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों की बाड़ेबंदी भी कर दी है.
खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी कह चुके हैं, कि हॉर्स ट्रेडिंग चल रही है. साथ ही मुख्य सचेतक महेश जोशी ने इस बारे में एसीबी में शिकायत भी दे दी. इस पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गुरुवार को पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को यह बताना चाहिए कि उनकी कमजोर कड़ियां कौन हैं, जिन्हें ऑफर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि उन लोगों के नाम उजागर करें या एजेंसी को बताएं और उनसे पूछे कि किसने उन्हें ऑफर दिया है. जिससे जांच भी आसानी से हो जाएगी. केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी विफलता छिपाने के लिए इस तरह के काम करते हैं, इस तरह की ही राजनीति हमेशा से करते आए हैं और इस बार भी उनका एक ऐसा ही प्रयास है.
शेखावत ने कहा कि संदेह करने वालों के लिए सटीक कहावत है चोर की दाढ़ी में तिनका. वह ऐसे लोग होते हैं जो संदेह करते हैं कि ऐसा हो जाएगा. उन्होंने कहा कि यह भय की पराकाष्ठा है कि एसीबी के नाम से विधायकों को डराया जा रहा है. सरकार स्वस्थ तरीके से राज्यसभा के चुनाव नहीं करवाना चाहती है. सरकार दो गुटों में बंटी है यह पहले दिन से साफ है और अब लगातार इसकी पुष्टि भी हो रही है और इस प्रकरण में इस पर मुहर लग गई है.
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