लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बारिश लगातार जारी है, कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. अब तक हुई भारी बारिश की वजह से 15 मौतें हो चुकी हैं. वहीं इस बारिश में 133 बिल्डिंग भी गिर चुकी हैं. मौसम विभाग के अनुसार, गोरखपुर, वाराणसी, इलाहाबाद, बस्ती, महराजगंज जैसे जिलों में भारी बारिश से लोगों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है.
गर्मी से राहत पाने के लिये अब तक लोग बारिश का इंतजार कर रहे थे, लेकिन अब वही बारिश लोगों के लिये आफत बन चुकी है. इस भारी बारिश में लोगों का घर से निकलना दूभर हो चुका है. इतना ही नहीं इस बारिश ने कई जिलों में भारी तबाही मचाई है. इनमें पूर्वांचल के गोरखपुर, देवरिया, बलिया, महराजगंज, कुशीनगर, सुलतानपुर, चंदौली, हरदोई, बाराबंकी, पीलीभीत, सोनभद्र, फिरोजाबाद, मऊ, आदि जिलों में अभी भी बारिश लगातार जारी है. कई कच्चे मकान और जर्जर दीवारें भारी बारिश में गिर गई हैं. प्रदेश भऱ में लोग डर के साए में जी रहे हैं.
नेपाल से सटे जिले महराजगंज और कुशीनगर में भारी बारिश से नदियों का जलस्तर उफान पर है, जिससे नदी किनारे स्थित आसपास के गांव के लोग दहशत में हैं. वहीं बाढ़ जैसे हालात से निपटने के लिए प्रशासन लगातार नजर बनाए हुए है. वहीं कई जगहों पर प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य जारी है.
भारतीय मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी में कहा गया है कि आज भी बारिश के आसार हैं. साथ ही तेज बिजली और गर्जन की भी बात कही है. आने वाले पांच दिनों तक हालात ऐसे ही रहने की बात कही जा रही है.
सर्वश्रेष्ठ आईएमडी के अनुसार, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण गोवा, तटीय कर्नाटक, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा शनिवार को होने की उम्मीद है.
उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में पिछले कई दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश का सिलसिला जल्द ही थम सकता है. दक्षिण-पश्चिमी मानसून प्रदेश के पूर्वी भागों में सक्रिय जबकि पश्चिमी हिस्सों में सामान्य है. पूर्वानुमान के मुताबिक पिछले करीब एक सप्ताह से प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर रुक-रुक कर हो रही बारिश में अब कमी आने की सम्भावना है. इससे उमस बढ़ने के प्रबल आसार हैं.
उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त कार्यालय ने कहा कि तीन जुलाई से 11 जुलाई तक बारिश से जुड़ी घटनाओं, जिनमें बिजली गिरने, घर ढहने और दीवार गिरना शामिल हैं.
इनमें तीन लोगों की मौत फतेहपुर में हुई है. वहीं अन्य की महोबा, पीलीभीत, कानपुर देहात, सोनभद्र, हरदोई, कुशीनगर, प्रतापगढ़, सीतापुर, कन्नौज, बाराबंकी और जौनपुर में मौत हुई.
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) की गुरुवार की रिपोर्ट के अनुसार, कानपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया में गंगा नदी में पानी बढ़ रहा है, जबकि रामगंगा नदी कालागढ़ (बिजनौर) और बरेली में उफान पर है. कालपी (जालौन) और नैनी (प्रयागराज) में यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है.
सीतापुर और सुल्तानपुर में गोमती नदी उफान पर है जबकि शारदा नदी पलियांकलां (लखीमपुर) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और शारदा नगर में जलस्तर में इजाफा हुआ है. बारिश ने पंजाब और हरियाणा के बड़े हिस्सों को भी प्रभावित किया, जिससे अधिकांश जगहों पर अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे आ गया. चंडीगढ़ में लगातार दूसरे दिन सुबह भारी बारिश हुई.