नयी दिल्ली: जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संवैधानिक प्रावधानों को केंद्र द्वारा हटाए जाने के मद्देनजर और स्वतंत्रता दिवस से पहले राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 73 वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किला से राष्ट्र को संबोधित करेंगे. लाल किला के आसपास सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए हैं. इसके तहत बहु-स्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है जिसमें एनएसजी और एसडब्ल्यूएटी कमांडो भी तैनात किए जाएंगे.
दिल्ली यातायात पुलिस ने लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह और मंगलवार को होने वाले पूर्ण ड्रेस रिहर्सल के लिए परामर्श जारी किया है ताकि नगर में सुचारू यातायात सुनिश्चित किया जा सके.
दिल्ली पुलिस के विशेष कर्मी और अर्धसैनिक बल के जवान भी पार्किंग क्षेत्रों पर नजर रखेंगे. इस क्रम में खोजी कुत्तों को भी तैनात किया जाएगा.
पुलिस के अनुसार लाल किला जाने वाली सड़कों पर भी निगरानी रखी जाएगी. लाल किले से प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान वहां आम लोगों के अलावा वरिष्ठ मंत्री, शीर्ष नौकरशाह, विदेशी गणमान्य लोग भी मौजूद रहेंगे. उनकी सुरक्षा के मद्देनजर वहां कई सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे.
दिल्ली पुलिस कर्मियों को विशेष रूप से आसमान पर नजर रखने को कहा गया है ताकि लाल किले के आसपास के क्षेत्रों में कोई संदिग्ध पतंग दिखाई न दे. स्वात (SWAT) इकाई के साथ ही 'पराक्रम' वैन भी सुरक्षा व्यवस्था में शामिल किए जाएंगे.
पुलिस ने पहले से ही मानव रहित विमान, पैरा ग्लाइडर, पैरा मोटर, हैंग-ग्लाइडर, माइक्रो-लाइट विमान, रिमोट से नियंत्रित विमान, हॉट एयर बैलून आदि को 15 अगस्त तक के लिए प्रतिबंधित कर दिया है.
इस आदेश का उल्लंघन करने पर आपराधिक मुकदमा चलाया जा सकता है.
इस बीच अधिकारियों ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस सुरक्षा अभ्यास के तहत रेलवे पुलिस ने पिछले तीन दिनों में देश भर में एक लाख वाहनों की जांच की है.
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रेलवे सुरक्षा बल ने नौ से 11 अगस्त तक ‘ऑपरेशन नंबर प्लेट’ का आयोजन किया. यह अभियान रेलवे परिसर में पांच दिनों से अधिक समय से पार्क किए गए सभी वाहनों की जांच और कानूनी निपटान के लिए चलाया गया था.
दिल्ली-एनसीआर के तीन रेलवे स्टेशनों पर आरपीएफ ने 128 वाहनों की पहचान की जो पांच दिनों से अधिक समय से पार्क थे.