नई दिल्ली : चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस ने 70 वर्षों तक सीमा पर विकास नहीं किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को देश के हितों की परवाह नहीं है. उन्होंने कहा कि 78 हजार किलोमीटर जमीन दुश्मन को दे दी गई. 1962 के युद्ध में भारत के जवान कैनवास शू पहन कर गए थे.
उन्होंने कांग्रेस पार्टी और पूर्ववर्ती यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि चीन के साथ रिश्तों और एलएसी के मुद्दे पर कांग्रेस देश को भ्रमित कर रही है. साथ ही पात्रा ने कांग्रेस पर निशना साधते हुए कहा है कि मां-बेटे ने प्रॉपर्टी डीलर का काम किया है.
गौरतलब है कि लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) को लेकर उपजे विवाद के बाद गलवान घाटी में हुई हिंसा को लेकर दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी आ गई है. हालांकि, शीर्ष सैन्य अफसरों के बीच हुई वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने तनावपूर्ण माहौल से पीछे हटने को लेकर सहमति जताई है.
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क्या है पूरा मामला
बता दें कि लद्दाख की गलवान घाटी में 15-16 जून की दरम्यानी रात दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इसमें एक कर्नल समेत 20 सैन्यकर्मी शहीद हुए थे. देर रात सैन्य सूत्रों के हवाले से आई खबरों में बताया गया था कि चीनी पक्ष में 43 लोग हताहत हुए हैं.
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अमेरिकी खुफिया विभाग के हवाले से सामने आई खबरों के मुताबिक गलवान में हुई हिंसक झड़प में चीनी सेना के एक कमांडर समेत 35 लोग भी मारे गए थे.
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बता दें इससे पहले बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा ने ट्वीट कर कहा, 'एक राजवंश के कारनामों के चलते: हमने अपनी हजारों वर्ग किलोमीटर भूमि गवां दी. सियाचिन ग्लेशियर भी लगभग चला ही गया था. और भी ऐसा बहुत कुछ है! आश्चर्य नहीं कि भारत ने उन्हें नकार दिया है.'
नड्डा ने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'एक शाही राजवंश और उनके वफादार दरबारियों को बड़ा भ्रम है कि विपक्ष यानी सिर्फ एक उनका राजवंश. एक राजपरिवार नखरे दिखाता है.' उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा, 'उनके दरबारी उस नकली कहानी को फैलाते फिरते हैं. ताजा मामला विपक्ष के सरकार से सवाल पूछने से जुड़ा है.'
नड्डा ने कहा, 'सवाल पूछना विपक्ष का अधिकार है. सर्वदलीय बैठक में सार्थक चर्चा हुई जिसमें विपक्ष के कई नेताओं ने जरूरी सुझाव दिए. उन्होंने आगे की नीति तय करने के लिए केंद्र का पूरा समर्थन भी किया. इसमें सिर्फ एक परिवार अपवाद था! जानते हैं न कौन.'
बकौल जेपी नड्डा, 'एक नकार दिया गया राजवंश कभी सम्पूर्ण विपक्ष के बराबर नहीं हो सकता. एक राजवंश के हित ही भारत के हित हों, यह असंभव है. आज देश एकजुट है और हमारे सशस्त्र बल के साथ खड़ा है. यह समय एकजुटता का है. अनगिनतवीं बार राजकुमार को लॉन्च करने का प्रयास इंतजार कर सकता है.'