नई दिल्ली/अहमदाबाद : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े तीन दर्जन प्रमुख संगठनों के बीच बेहतर तालमेल के लिए गुजरात के अहमदाबाद स्थित कर्णावती कॉलेज में मंगलवार से तीन दिवसीय समन्वय बैठक शुरू हो गई है.
सात जनवरी तक चलने वाली इस बैठक में छह प्रमुख एजेंडे पर चर्चा होने की बात सूत्रों ने बताई है. सरसंघचालक मोहन भागवत की अध्यक्षता में शुरू हुई इस बैठक में सरकार्यवाह भैय्याजी जोशी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित डेढ़ सौ प्रमुख पदाधिकारी हिस्सा ले रहे हैं.
संघ विचारक दिलीप देवधर ने आईएएनएस को बताया कि इस बैठक में संघ अपने सभी संगठनों के कार्यों की समीक्षा करने के साथ आगामी योजनाओं पर चर्चा करेगा. देश और दुनिया के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा कर कार्ययोजना तैयार होती है. भाजपा संगठन और केंद्र सरकार को लेकर अपने फीडबैक भी संघ से जुड़े संगठनों के पदाधिकारी देते हैं.
सूत्रों का कहना है कि तीन दिनों तक चलने वाली इस बैठक में मोदी सरकार और उसकी जनकल्याणकारी योजनाओं के असर पर खासतौर से चर्चा हो रही है. मोदी कैबिनेट का अब तक विस्तार नहीं हुआ है, जबकि कई पद खाली चल रहे हैं.
मोदी सरकार में मंत्री रहे राम विलास पासवान और सुरेश अंगड़ी का जहां निधन हो चुका है, वहीं अकाली दल और शिवसेना कोटे के मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं. आगामी समय में मोदी सरकार में नए चेहरों को जगह मिलने पर भी चर्चा की बात सूत्रों ने कही है.
बैठक में वर्ष 2021 में होने वाले पांच राज्यों के चुनाव के लिए संघ और भाजपा मिलकर रणनीति बनाएंगे. पश्चिम बंगाल, केरल, असम, तामिलनाडु और पुडुचेरी के चुनाव से पहले संघ और भाजपा की यह समन्वय बैठक काफी खास है.
अयोध्या में राम मंदिर के लिए देश के पांच से छह लाख गांवों में धन संग्रह अभियान चलाने की संघ परिवार ने तैयारी की है. यह अभियान किस तरह से आगे बढ़ाया जाएगा, इस पर भी चर्चा हुई. किसान आंदोलन और अर्थव्यवस्था भी बैठक के एजेंडे में हैं.
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राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भाजपा का रिपोर्ट कार्ड लेकर इस बैठक में हिस्सा ले रहे हैं. इस कोआर्डिनेशन बैठक में संघ से जुड़े तीन दर्जन संगठनों के अध्यक्ष, महामंत्री और संगठन मंत्रियों को आमंत्रित किया जाता है. इस बैठक में सभी संगठनों के पदाधिकारी एक दूसरे के बारे में फीडबैक देते हैं.
इस बैठक की अहमियत इसलिए ज्यादा है, क्योंकि इसमें भाजपा के अध्यक्ष भी अपना रिपोर्ट कार्ड और आगामी योजनाओं की जानकारी संघ के शीर्ष पदाधिकारियों को देते हैं. इस दौरान संघ के पदाधिकारी भाजपा और उसके नेतृत्व में चल रही सरकार के बारे में कार्यकर्ताओं से एकत्रित फीडबैक भी देते हैं.
नागपुर के संघ विचारक दिलीप देवधर ने आईएएनएस से कहा, संघ परिवार की यह अपनी खास आंतरिक बैठक होती है. संघ अपने सभी सहयोगी संगठनों के बीच परस्पर समन्वय के लिए यह बैठक आयोजित करता है. इसमें सभी संगठनों के पदाधिकारी एकत्र होकर सुझाव देते हैं. सरकार और भाजपा का संगठन संघ से जुड़े संगठनों की अपेक्षाओं पर कितना खरा उतर रहा है, जमीनी स्तर पर क्या फीडबैक हैं, इस पर भी इस बैठक में चर्चा होती है.