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राज्यों को मेट्रों परियोजना की आजादी के लिए केंद्र में अहम भूमिका निभाए थे जयपाल रेड्डी - हैदराबाद मेट्रों लिमटेड

पूर्व केंद्रीय मंत्री रेड्डी ने मेंट्रों परियोजना के विस्तार पर राज्य सरकारों को स्वत्रंत रुप से कार्य करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाया था. ऐसा उन्होंने 2008 में रेल नीति समूह के सदस्य रहते हुए किया था.

पूर्व केंद्रीय मंत्री एस जयपाल रेड्डी (फाइल फोटो)
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Published : Jul 29, 2019, 8:52 AM IST

Updated : Jul 29, 2019, 2:53 PM IST

हैदराबादः पूर्व केंद्रीय मंत्री एस जयपाल रेड्डी ने मेट्रों परियोजना को पूर्ण रुप से राज्यों के हाथों में सौंपने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए थे. रेड्डी ने 2008 में मेट्रो ट्रेन को देश कई हिस्सों में पहुंचाने के लिए प्रभावी काम किया है. खास तौर पर बात करें हैदराबाद मैट्रों की तो इसके विस्तार को लेकर उन्होंने काफी काम किया. ये कहना किसी और का नहीं, बल्कि हैदराबाद मेट्रों के एक उच्चस्तरीय अधिकारी का है.

हैदराबाद मेट्रों लिमटेड के प्रबंध निदेशक एन वी एस रेड्डी ने जयपाल रेड्डी के मृत्यु पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्रीय शहरी विकास मंत्री ने मेट्रो परियोजनाओं के लिए राज्य सरकारों को स्वतंत्रता देने के लिए काम किया था.

उन्होंने कहा कि जयपाल रेड्डी ने हैदराबाद मेट्रों परियोजना का सदैव समर्थन किया है.

एनवीएस रेड्डी ने ट्वीट करते हुए कहा कि 2008 में रेल नीति मंत्री समूह के सदस्य जयपाल मेट्रों के सही ढ़ंग से विस्तार के लिए राज्य सरकारों को स्वतंत्रा प्रदान करने की बात कहते थे. उनका मानना था कि राज्य सरकारें स्वतंत्र तौर पर मेट्रों परियोजना पर बेहतर तरीके से काम कर सकेंगी. जबकि भारतीय रेलवे इस पर सहमत न थी व लगातार इस पर आपत्ति जता रही थी.

पढ़ेंः जयपाल रेड्डी: इमरजेंसी के विरोध में कांग्रेस छोड़ इंदिरा के खिलाफ लड़ा था चुनाव

हैदराबाद मेट्रों लिमटेड ने कहा कि रेल मंत्रालय ने जल्द ही भारतीय शहरों में मेट्रों परियोजना के लिए ब्राड पैमाना लिया था. जबकि विश्व में मेट्रों के लिए मानक गेज और बी जी मेट्रो कोच उपलब्ध नहीं थे.

उन्होंने मेट्रों रेल परियोजना 2008 के मंत्री समूह को सदस्य होने के मानक गज को बीजी में बदलाव के समस्या को बताया. विदेशी दौरें के दौरान उन्होंने अंर्तराष्ट्रीय विशेषज्ञों से इस चर्चा किया.

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार (मुम्बई मेट्रों के लिए) कर्नाटक सरकार (बेंग्लूरु मेट्रों के लिए) और आंध्र प्रदेश (हैदराबाद मेट्रों के लिए) सरकार को रेलवे के हस्तक्षेंप के बिना अत्याधुनिक मेट्रों बनाने के लिए मानक गज के प्रयोग के करने की अनुमति के याचना की.

केंद्र ने घोषणा की कि राज्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के लिए जो भी वे चाहते है अपनाने के लिए स्वतंत्र थे.

हैदराबादः पूर्व केंद्रीय मंत्री एस जयपाल रेड्डी ने मेट्रों परियोजना को पूर्ण रुप से राज्यों के हाथों में सौंपने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए थे. रेड्डी ने 2008 में मेट्रो ट्रेन को देश कई हिस्सों में पहुंचाने के लिए प्रभावी काम किया है. खास तौर पर बात करें हैदराबाद मैट्रों की तो इसके विस्तार को लेकर उन्होंने काफी काम किया. ये कहना किसी और का नहीं, बल्कि हैदराबाद मेट्रों के एक उच्चस्तरीय अधिकारी का है.

हैदराबाद मेट्रों लिमटेड के प्रबंध निदेशक एन वी एस रेड्डी ने जयपाल रेड्डी के मृत्यु पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्रीय शहरी विकास मंत्री ने मेट्रो परियोजनाओं के लिए राज्य सरकारों को स्वतंत्रता देने के लिए काम किया था.

उन्होंने कहा कि जयपाल रेड्डी ने हैदराबाद मेट्रों परियोजना का सदैव समर्थन किया है.

एनवीएस रेड्डी ने ट्वीट करते हुए कहा कि 2008 में रेल नीति मंत्री समूह के सदस्य जयपाल मेट्रों के सही ढ़ंग से विस्तार के लिए राज्य सरकारों को स्वतंत्रा प्रदान करने की बात कहते थे. उनका मानना था कि राज्य सरकारें स्वतंत्र तौर पर मेट्रों परियोजना पर बेहतर तरीके से काम कर सकेंगी. जबकि भारतीय रेलवे इस पर सहमत न थी व लगातार इस पर आपत्ति जता रही थी.

पढ़ेंः जयपाल रेड्डी: इमरजेंसी के विरोध में कांग्रेस छोड़ इंदिरा के खिलाफ लड़ा था चुनाव

हैदराबाद मेट्रों लिमटेड ने कहा कि रेल मंत्रालय ने जल्द ही भारतीय शहरों में मेट्रों परियोजना के लिए ब्राड पैमाना लिया था. जबकि विश्व में मेट्रों के लिए मानक गेज और बी जी मेट्रो कोच उपलब्ध नहीं थे.

उन्होंने मेट्रों रेल परियोजना 2008 के मंत्री समूह को सदस्य होने के मानक गज को बीजी में बदलाव के समस्या को बताया. विदेशी दौरें के दौरान उन्होंने अंर्तराष्ट्रीय विशेषज्ञों से इस चर्चा किया.

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार (मुम्बई मेट्रों के लिए) कर्नाटक सरकार (बेंग्लूरु मेट्रों के लिए) और आंध्र प्रदेश (हैदराबाद मेट्रों के लिए) सरकार को रेलवे के हस्तक्षेंप के बिना अत्याधुनिक मेट्रों बनाने के लिए मानक गज के प्रयोग के करने की अनुमति के याचना की.

केंद्र ने घोषणा की कि राज्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के लिए जो भी वे चाहते है अपनाने के लिए स्वतंत्र थे.

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PRI ESPL NAT SRG
.HYDERABAD MES4
TL-JAIPALREDDY-METRO
Jaipal Reddy played key role in Centre allowing states freedom
in Metro projects: Official
Hyderabad, July 28 (PTI) Former union minister S Jaipal
Reddy played a key role in the Centre allowing use of standard
gauge for Metro projects in 2008 across the country when the
Railways was insisting on broad gauge and also helped in the
sanctioning of the ongoing elevated Hyderabad Metro, a top
official said Sunday.
Paying condolences to the former minister, who died here
following a brief illness Sunday, Hyderabad Metro Rail Limited
(HMRL) Managing Director N V S Reddy said Jaipal Reddy as the
then Union Minister for Urban Development had also batted for
granting required freedom to the state governments in
execution of the metro projects.
Jaipal Reddy strongly supported Hyderabad Metro Rail
project when several contentious issues were raised by
different groups against the project, he said.
As a Member of the Group of Ministers (GoM) on metro
rail policy, Jaipal Reddy guided and supported us in 2008 in
our arguments for the state governments getting the required
freedom to execute metro rail projects, overruling the
objections of Indian Railways, NVS Reddy tweeted.
The HMRL MD said the Ministry of Railways was insisting
on adoption of Broad Gauge metro projects in Indian cities,
while world over the gauge for metros was Standard Gauge and
BG metro coaches were not available.
He recalled how a GoM (Group of Ministers) for the Metro
Rail policy in 2008, in which Jaipal Reddy was also a member,
sorted out issues with regard to shifting to SGfrom BG.
With our foreign field visits, discussions and
interaction with international experts, we i.e., DMRC,
governments of Maharashtra (for Mumbai metro), Karnataka
(Bengaluru metro) and the then united AP (Hyderabad Metro)
strongly pleaded for permission to adopt SG and freedom for
state governments to execute modern metros without
interference from Railways, he said.
The Centre declared that Urban Transport was a State
subject as per the Constitution and states were free to adopt
whichever gauge they wanted, the HMRL MD said adding thats
how all metros in Indian cities could be built as world class
metros with state-of-the-art technology. PTI VVK
VS
VS
07281833
NNNN
Last Updated : Jul 29, 2019, 2:53 PM IST
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