नई दिल्ली : भाजपा ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता और हावड़ा में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं तथा समर्थकों पर पुलिस की कार्रवाई की कड़ी भर्त्सना की है. साथ ही इसे लोकतांत्रिक विरोध दर्ज करने के अधिकार के खिलाफ राज्य की तृणमूल कांग्रेस की सरकार का तानाशाही रूप करार दिया.
पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में अब लोकतंत्र नहीं है और दावा किया कि इस प्रकार लाठी-डंडे और पुलिसिया दमन से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य में भाजपा के विस्तार को नहीं रोक सकेंगी.
उन्होंने कहा कि बंगाल में लोकतंत्र नहीं है. वहां जो भी विरोध करता है उसको या तो केस में फंसा दिया जाता है या फिर शासन द्वारा परेशान किया जाता है. यही नहीं हत्या तक कर दी जाती है.
उन्होंने कहा कि बंगाल में आज लोकतांत्रिक विरोध दर्ज करने के खिलाफ जिस तरह से वहां की सरकार का तानाशाही रूप सामने आया है, भाजपा उसकी भर्त्सना करती है.
प्रसाद ने दावा किया कि पुलिस की कार्रवाई में भाजपा के 1500 से ज्यादा कार्यकर्ता घायल हुए हैं. इन कार्यकर्ताओं में पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अरविंद मेनन और प्रदेश के उपाध्यक्ष राजू बनर्जी सहित कई अन्य नेता शामिल हैं.
उन्होंने आशंका जताई की पुलिस की ओर से की गई पानी की बौछार के दौरान इस्तेमाल किए गए पानी में रसायन मिला हुआ था. हालांकि, पश्चिम बंगाल सरकार ने इस बात का खंडन किया है.
भाजपा नेता ने ममता बनर्जी से पूछा कि क्या लगता है आप लाठी-डंडे और पुलिसिया दमन से भाजपा के विस्तार को रोक लेंगी? आप इसमें सफल नहीं होंगी. पहले भी आपने रोकने की बहुत कोशिश की, लेकिन प्रदेश की जनता ने हमें पिछले लोक सभा चुनाव में 18 सीटें दी.
उन्होंने दावा किया कि बंगाल की जनता बदलाव चाहती है, इसलिए डर, खौफ और दमन की कार्रवाई की जा रही है.
उन्होंने कहा कि बंगाल के लोगों को हम आश्वस्त करना चाहते हैं कि बंगाल में बदलाव के लिए भाजपा सतत तैयार रहेगी. जनता की परेशानियों पर शांतिपूर्ण तरीके से लोकतांत्रिक आवाज उठाती रहेगी. बंगाल में बदलाव भाजपा करेगी. बंगाल की जमीनी हकीकत ये बताती है कि अगला विधानसभा का चुनाव जब भी होगा, वहां भाजपा की सरकार बननी तय है.
प्रसाद ने दावा किया कि बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी की राजनीतिक जमीन खिसक रही है और इसका प्रमाण पिछला लोक सभा का चुनाव परिणाम है.
पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पार्टी द्वारा बताया गया कि अब तक 115 भाजपा कार्यकर्ता बंगाल में राजनीतिक हिंसा का शिकार हुए हैं, जिसमें पुलिस द्वारा कोई प्रमाणिक कार्रवाई नहीं की गई.
उन्होंने कहा कि आज के मार्च में लगभग एक लाख लोग थे. हमारे तकरीबन 1500 कार्यकर्ता प्रदर्शन के दौरान घायल हुए हैं.
राज्य सरकार ने रखा पक्ष
पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा कि भाजपा ने राज्य सचिवालय नबान्ना तक बिना अनुमति के मार्च निकाला और महामारी अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन किया. मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय ने उकसावे के बावजूद पुलिस द्वारा संयम से हालात को संभालने की प्रशंसा की. मार्च के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं पर नीले पानी की बौछार करने को लेकर किए गए सवाल पर बंदोपाध्याय ने कहा कि यह वही रंग है, जिसका इस्तेमाल होली पर किया जाता है. उन्होंने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय पारिपाटी है. रंगीन पानी का इस्तेमाल ऐसे प्रदर्शनों के दौरान किया जाता है, ताकि भीड़ को तितर-बितर करने के बाद इसमें शामिल लोगों की पहचान की जा सके. मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदर्शन के मामले में कोलकाता में 89 और हावड़ा में 24 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
उल्लेखनीय है कि कोलकाता और उससे लगा हावड़ा उस समय युद्ध का मैदान बन गया, जब भाजपा कार्यकर्ता पार्टी के एक नेता की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और उनकी पुलिस के साथ झड़प हो गई. इस दौरान पत्थरबाजी हुई और टायर जलाकर सड़कों को बंद कर दिया गया.
दंगारोधी साजो-सामान से लैस पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े, लाठीचार्ज किया और पानी की बौछार की. दोनों शहरों में भाजपा का यह प्रदर्शन करीब तीन घंटे तक चला.
मुख्तार अब्बास नकवी की प्रतिक्रिया
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि बंगाल में सरकार के संरक्षण में जिस तरह की उद्दंडता, अराजकता और खून-खराबा हो रहा है वो निश्चित तौर से किसी भी लोकतांत्रिक सिस्टम को शर्मसार करता है. अचंभे की बात है कि लोकतंत्र और जनतांत्रिक मूल्यों की दुहाई देने वाली ब्रिगेड अब बंगाल के मामले पर खामोश है.