नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि असम के लिए एनआरसी जितना जरूरी है, बिहार के लिए भी उतना ही आवश्यक है. उनका कहना है कि बांग्लादेशी घुसपैठिएं बिहार के कई इलाकों में आकर गैर कानूनी तरीके से बस रहे हैं.
राकेश सिन्हा बताते हैं कि बिहार के सीमांचल इलाके, खासकर किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार में लगातार जनसंख्या वृद्धि हुई है. यह वृद्धि विदेशी घुसपैठियों के कारण ही हुई है.
उन्होंने कहा कि बिहार के सीमांचल के किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार जैसे जिलों में सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन प्रभावित हो रहा है. सीमांचल के कई इलाकों में हिंदुओं के धार्मिक अधिकारों पर घुसपैठियों के दबाव में प्रहार किए जा रहे हैं. सीमांचल में एनआरसी का होंना बहुत जरूरी है.
उन्होंने कहा कि जो लोग एनआरसी का विरोध कर रहे हैं वह देश की संप्रभुता को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं.
पढ़ें: NRC सूची पर JDU ने जताई नाराजगी, कहा-कई महत्वपूर्ण लोगों के नाम छूटे
बता दें, बिहार का जो सीमांचल इलाका है उससे बांग्लादेश की सीमाएं लगती हैं. इन इलाकों में बांग्लादेशी पश्चिम बंगाल और नेपाल के रास्ते होकर आते हैं और देश के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध दस्तावेज बनाकर रहने लगते हैं. असम में एनआरसी की फाइनल लिस्ट जारी हो गई है. अंतिम सूची से 19 लाख से ज्यादा लोग बाहर हैं. 3 करोड़ से अधिक लोगों को वैध करार दिया गया है.