लखनऊ : श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट बनने के बाद से अयोध्य्या में भक्तों का तांता लगा है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी बतौर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अयोध्या में दर्शन के लिए आ रहे हैं. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का दर्शन कार्यक्रम 7 मार्च को निर्धारित हुआ है, जहां वह अपने पूरे मंत्रिमंडल और सांसदों के साथ अयोध्या दौरे पर होंगे.
ठाकरे से पहले राज्यसभा सांसद संजय राउत अयोध्या पहुंच चुके हैं. ईटीवी भारत ने उनसे खात बातचीत की.
संजय राउत ने बताया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अयोध्या आएंगे, क्योंकि भगवान राम के आशीर्वाद से महाराष्ट्र में शिवसेना का मुख्यमंत्री बना है. इसलिए उनका कर्तव्य बनता है कि अयोध्या में जाकर वह रामलला का आशीर्वाद लें.
मंदिर निर्माण का कार्य साधु-संतों के हाथों से ही होना चाहिए
जब संजय राउत से ट्रस्ट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ट्रस्ट कोई राजनैतिक ट्रस्ट नहीं है. मंदिर निर्माण का कार्य साधु-संतों के हाथों से ही होना चाहिए, जिसमें नृत्य गोपाल दास प्रमुख हैं. उन्होंने कहा कि जब पहली सूची में नृत्य गोपाल दास का नाम शामिल नहीं था तो उन्हें भी आश्चर्य हुआ, अब उनका नाम वापस आ गया है जो उनके लिए खुशी की बात है.
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भाजपा से शिवसेना के रिश्ते टूट चुके हैं
संजय राउत ने केंद्र सरकार के साथ शिवसेना की तालमेल में कमी के सवाल पर कहा कि वह राज्य में सरकार चला रहे हैं, केंद्र में भाजपा अपनी सरकार चला रही है. इसके साथ ही संजय राउत ने कहा कि भाजपा के साथ उनके रिश्ते टूट चुके हैं.
वहीं संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के सवाल पर उन्होंने कहा कि शिवसेना की भूमिका में कभी बदलाव नहीं होगा. चाहे बात हिंदुत्व की हो या कुछ और. वहीं उन्होंने उनके शर्तों पर सरकार बनी है. उन्होंने कहा कि रोटी, कपड़ा, मकान, लॉ एंड ऑर्डर उनके प्रमुख मुद्दे हैं. महाराष्ट्र के उद्धार के लिए वह कांग्रेस के साथ आए हैं.
राज्यसभा संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र एक बड़ा राज्य है और शिवसेना ने कभी किसी की गुलामी नहीं की है, अपमानित होकर कभी किसी से हाथ नहीं मिलाया.