नई दिल्ली : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की एक महत्वपूर्ण बैठक में हिस्सा लेने के लिए बुधवार को रूस रवाना होंगे. इस बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य पर विचार-विमर्श किये जाने की उम्मीद है. यह जानकारी अधिकारियों ने दी.
अधिकारियों ने बताया कि एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के अलावा सिंह अपने रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगू और कई अन्य शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे जिसका उद्देश्य कई रक्षा खरीद कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में तेजी लाना है.
एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक ऐसे समय हो रही है, जब इसके दो सदस्य देशों- भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में एक सीमा गतिरोध है.
चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंघे के एससीओ की बैठक में हिस्सा लेने की उम्मीद है.
एससीओ बैठक के इतर सिंह और वेई के बीच द्विपक्षीय बैठक की संभावना के बारे में पूछे जाने पर सूत्रों ने कहा कि ऐसी कोई योजना नहीं है.
सिंह की यह जून के बाद मास्को की दूसरी यात्रा होगी. उन्होंने 24 जून को मास्को में विजय दिवस परेड में भारत का प्रतिनिधित्व किया था. विजय दिवस परेड का आयोजन द्वितीय विश्वयुद्ध में नाजी जर्मनी पर सोवियत विजय की 75 वीं वर्षगांठ पर किया गया था.
रूस ने 10 सितंबर को एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर को भी आमंत्रित किया है.
सूत्रों ने बताया कि सिंह पांच सितंबर की शाम में भारत के लिए रवाना होंगे.
भारत और चीन के सैनिकों के बीच साढ़े तीन महीने से अधिक समय से पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर कई क्षेत्रों में गतिरोध बना हुआ है.
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भारतीय सेना ने सोमवार को कहा कि चीन की सेना ने 29 और 30 अगस्त की दरम्यानी रात एकतरफा तरीके से पैंगोंग सो के दक्षिणी तट पर यथास्थिति बदलने के लिए उकसावेपूर्ण सैन्य गतिविधि की लेकिन भारतीय सैनिकों ने प्रयास को विफल कर दिया.
इस ताजा टकराव से वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव और बढ़ गया है.