चेन्नई : तमिल सुपरस्टार रजनीकांत आज राजनीतिक पारी की शुरुआत कर सकते हैं. रजनीकांत आज अपनी पार्टी का एलान कर सकते हैं. प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनना है, वह राजनीति में बदलाव लाना चाहते हैं.
सुपरस्टार रजनीकांत ने कहा कि वह 'रजनी मक्कल मंदरम' के पदाधिकारियों से बातचीत में किसी खास बात को लेकर निजी तौर पर निराश हुए. 'रजनी मक्कल मंदरम' के जिला सचिवों से बैठक के बाद अभिनेता ने कहा कि उन्होंने पदाधिकारियों के कई सवालों का जवाब दिया.
रजनीकांत ने यहां पत्रकारों ने कहा, 'हमने कई विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान किया. वे सभी लोग काफी संतुष्ट थे, लेकिन सिर्फ एक विषय पर मुझे खास संतुष्टि नहीं हुई. यह निराशाजनक था. यह क्या है मैं इसका खुलासा नहीं करना चाहता. मैं समय आने पर आपको जानकारी दूंगा.'
उन्होंने आगे कहा कि राजनीति में दो दिग्गज थे जयललिता और कलाइगनर. लोगों ने उन्हें वोट दिया, लेकिन अब वह जगह खाली हो गई है. अब हमें बदलाव लाने के लिए एक नया आंदोलन शुरू करने की जरूरत है.
रजनीकांत काफी समय से राजनीति में आने की योजना बना रहे हैं. इसी सिलसिले में वह तमिलनाडु के कई जिलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर रहे थे. रजनीकांत ने हाल ही में कहा था कि अगर सीएए से एक भी मुसलमान प्रभावित होगा तो आवाज उठाने वाले वह पहले व्यक्ति होंगे.
हाल ही में तमिलनाडु के जमातुल उलेमा सबाई (टीएनजेयूएस) के सदस्यों ने रजनीकांत से मुलाकात कर सीएए, एनपीआर से संबंधित उन मुद्दों पर चर्चा की थी जिन्हें लेकर मुसलमान चिंतित हैं.
रजनीकांत ने कहा कि देश में शांति स्थापित करने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार उनसे जो बन पड़ेगा, वह करेंगे. रजनीकांत ने रविवार देर रात एक ट्वीट में कहा कि वह तमिलनाडु जमाथुल उलेमा सबई (टीएनजेयूएस) के सदस्यों से मिलकर और उनके विचारों को सुनकर खुश हैं.
उन्होंने कहा, 'प्रेम, एकता और शांति एक देश का मुख्य लक्ष्य होना चाहिए. उनके ऐसे विचारों को मैं मानता हूं.'