नई दिल्ली : पाकिस्तान ने राहुल गांधी के बयान का हवाला देते हुए कहा है कि कश्मीर में हिंसा हो रही है. पाक ने यूएन में राहुल के बयान का हवाला दिया है. इस पर बीजेपी हमलावर दिख रही है. सत्तारूढ़ पार्टी ने राहुल गांधी और कांग्रेस से माफी मांगने को कहा है.
बिंदुवार पढ़ें जावड़ेकर की बातें
- कांग्रेस ने अपनी हरकतों से देश को शर्मशार किया है.
- राहुल के वास्तविक बयान का जिक्र करते हुए जावड़ेकर ने कहा कि कश्मीर में कुछ गलत नहीं हो रहा है, कांग्रेस में खामी है.
राहुल गांधी और कांग्रेस को मांगनी चाहिए माफी - राहुल का बयान दिवालियापन तो है ही साथ ही वोट बैंक राजनीति से ज्यादा कुछ नहीं है.
- जिस प्रकार राहुल गांधी जी ने जम्मू-कश्मीर के बारे में टिप्पणियां की वो निंदनीय हैं.
- राहुल ने कहा कि वहां से हिंसा की रिपोर्ट आ रही हैं और लोगों के मरने की रिपोर्ट भी आ रही हैं. राहुल गांधी कहां से ये जानकारियां ला रहे हैं?
कांग्रेस का मकसद कश्मीर के लोगों को भड़काना था : बीजेपी - पाक ने राहुल के बयान के आधार पर UN के समक्ष कहा है कि हिंसा की घटनाओं की पुष्टि हुई है.
- कांग्रेस के बयान पाक की सहायता कर रहे हैं.
- मणिशंकर अय्यर और कांग्रेस की सोच में कोई फर्क नहीं.
- राहुल के बयान में वही दर्शन हुआ.
प्रकाश जावड़ेकर ने किया मणिशंकर अय्यर का जिक्र - जनता के आक्रोश के कारण राहुल ने बदला बयान, मन से नहीं बदले.
- अपने देश के बारे में ऐसा कोई राजनेता नहीं कहता जैसा राहुल गांधी ने कहा है.
जावड़ेकर ने कहा कि वायनाड से जीतने के बाद क्या राहुल ने सोच भी बदल ली? जिन्होंने देश में आपातकाल लगाया वह हमें न सिखाएं. पाकिस्तान की याचिका में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कश्मीरी लड़कियों के विवाह से जुड़े कथित बयान का जिक्र के बारे में पूछे जाने पर जावड़ेकर ने कहा कि वे पाकिस्तान के बेसिर-पैर के दावे पर जवाब नहीं देते .
खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान ने राहुल गांधी के जिस बयान का कथित तौर पर हवाला दिया है वह बयान उन्होंने पिछले दिनों विपक्षी नेताओं को श्रीनगर हवाई अड्डे से वापस दिल्ली भेजे जाने के संदर्भ में दिया था.
गत रविवार को राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर कहा था, 'जम्मू-कश्मीर के लोगों की स्वतंत्रता और नागरिकों की आजादी पर अंकुश लगे हुए 20 दिन हो गए हैं. विपक्ष और मीडिया को तब जम्मू-कश्मीर के लोगों पर किए जा रहे बल प्रयोग और प्रशासनिक क्रूरता का अहसास हुआ, जब उन्होंने शनिवार को श्रीनगर का दौरा करने की कोशिश की.'
गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि वह कई मुद्दों पर नरेंद्र मोदी सरकार से असहमत हैं, लेकिन यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और पाकिस्तान या कोई दूसरा देश इसमें दखल नहीं दे सकता.
राहुल गांधी ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पड़ोसी देश जम्मू-कश्मीर में हिंसा भड़का रहा है और आतंकवाद समर्थक के तौर पर दुनिया भर में जाना जाता है.
वहीं, इस विषय पर विवाद बढ़ने पर कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि जब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बाहरी दखलअंदाजी के खिलाफ पूरा देश एकजुट है तो भाजपा को इसे 'सस्ती राजनीति' का मुद्दा नहीं बनाना चाहिये, ऐसा करना देश विरोधी होगा.
केन्द्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने भी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर पाकिस्तान का समर्थन करने का आरोप लगाया. स्मृति ने कहा कि यह भारत का दुर्भाग्य है कि यहां एक ऐसा नेता भी है जो दुश्मन देश को ज्यादा भाता है.
बुधवार को अमेठी के दौरे पर आयीं स्मृति इरानी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा 'भारत स्तब्ध था कि जब देश के गृह मंत्री संसद में एक तिरंगे और एक संविधान की बात कह रहे थे, तब राहुल गांधी के संकेत और आदेशानुसार कांग्रेस से ऐसे स्वर प्रस्फुटित हुए, जो भारत को विभाजित करने की कांग्रेस की मानसिकता का कहीं ना कहीं दर्शन देते थे.'
उन्होंने कहा 'यह पहली बार नहीं है कि पाकिस्तान राहुल गांधी का समर्थन प्राप्त कर रहा है. आप सबको याद होगा, इससे पहले भी उनके मुंह से वही स्वर निकले जो पाकिस्तान को भाये. आज भारत का दुर्भाग्य है कि यहां एक ऐसा नेता भी है जो तिरंगे की कम सोचता है, तिरंगे को कम आंकता है और दुश्मन देश को ज्यादा भाता है.'
स्मृति ने कहा, 'कांग्रेस से मेरी यही अपील है कि जम्मू—कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग है और वहां के नागरिक चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विकास हर घर तक पहुंचे. राहुल जी अलगाववाद की आग ना लगायें तो देश के लिये बेहतर होगा.'
(एक्सट्रा इनपुट- पीटीआई)