श्रीनगर : पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की तिरंगे के खिलाफ दी गई टिप्पणी का विरोध करते हुए एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने जम्मू में रविवार को पीडीपी कार्यालय के बाहर मार्च निकाला और इमारत के ऊपर तिरंगा फहराने की कोशिश की. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ऐसा करने से उन्हें रोक दिया.
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि जबतक हमारा झंडा हमें वापस नहीं मिलेगा, हम कोई और झंडा नहीं फहराएंगे. उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार को जम्मू एवं कश्मीर के लोगों के हित में दिलचस्पी नहीं है.
पीडीपी के विरोधी में नारेबाजी करते हुए अमनदीप सिंह के नेतृत्व में युवाओं ने पीडीपी मुख्यालय पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का प्रयास किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने महबूबा मुफ्ती की तस्वीर वाले बिलबोर्ड पर पेंट भी फेंका.
हालांकि, उन्हें पीडीपी कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा रोक दिया गया था. पुलिसकर्मियों ने कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी ले लिया है.
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अमनदीप सिंह ने कहा कि हमारा किसी दक्षिणपंथी पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है. हम राष्ट्रवादी हैं और तिरंगे का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे.
अमनदीप सिंह ने शनिवार को पीडीपी कार्यालय के मुख्य द्वार के पास की चारदीवारी पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था और पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं के साथ पूर्व विधायक फिरदौस अहमद टाक के साथ उनकी बहस भी हुई थी.
भाजपा ने मुफ्ती की इस टिप्पणी पर उसकी गिरफ्तारी की मांग की थी जिसके बाद, महबूबा मुफ्ती ने एक ट्वीट में कहा कि भारतीय ध्वज सभी के बीच विविधता और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को दर्शाता है. अगर किसी ने तिरंगा का अपमान किया है, तो वह भाजपा है, जो अल्पसंख्यकों को सताती है और विभाजन और घृणा का आरोप लगाती है.