इंदौर : स्वच्छता में नंबर एक पर रहने वाले इंदौर शहर से बीते दिन एक ऐसा वीडिया सामने आया था, जो इंसानियत को शर्मसार करने वाला है. वीडियो में नगर निगम की गाड़ी में बुजुर्गों को जानवरों की तरह भरते हुए देखा गया था. वीडियो सामने आने के बाद शिप्रा नदी के किनारे छोड़े जा रहे बुजुर्गों को अब इंदौर के रैन बसेरे में अलग-अलग स्थानों पर रखा गया है. इन रैन बसेरों पर अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है. बुजुर्गों के खाने और रुकने के इंतजाम किए गए हैं. इसमें से कई बुजुर्ग ऐसे हैं जो कि ठीक से बात भी नहीं कर पा रहे हैं. वहीं यह मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है, इस मामले पर एमपी कांग्रेस के बाद कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर सवाल खड़े किए हैं. हालांकि, मामले में अभी तक 3 लोगों पर कार्रवाई की जा चुकी है.
अधिकारियों की लगाई गई ड्यूटी
हॉस्पिटल परिसर में स्थित रैन बसेरे में ही चार बुजुर्गों को रखा गया है. सीएम की नाराजगी के बाद अब इनके रहने के बेहतर इंतजाम किए गए हैं. जो बुजुर्ग यहां लाए गए हैं, ज्यादातर बातचीत करने की स्थिति में नहीं है, बताया जा रहा है कि इन सभी को शिवाजी गार्डन इलाके से नगर निगम की गाड़ी में शिप्रा किनारे तक छोड़ने के लिए ले जाया गया था. इन कर्मचारियों की देखरेख के लिए जोनल स्तर के अधिकारी की ड्यूटी भी लगाई गई है.
प्रियंका गांधी ने किया ट्वीट
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया इंदौर, मप्र की ये घटना मानवता पर एक कलंक है. सरकार और प्रशासन को इन बेसहारा लोगों से माफी मांगनी चाहिए और ऑर्डर लागू कर रहे छोटे कर्मचारियों पर नहीं, बल्कि ऑर्डर देनेवाले उच्चस्थ अधिकारियों पर एक्शन होना चाहिए.
बुजुर्गों को अतिक्रमण निरोधक दस्ते की गाड़ी में ले जाया गया था
नगर निगम द्वारा इन बुजुर्गों को जिस गाड़ी में ले जाया गया था, वह अतिक्रमण निरोधक दस्ते की गाड़ी थी. उस ट्रक में ही इन बुजुर्गों को बैठाकर शिप्रा नदी के किनारे छोड़ने के लिए ले जाया गया था. हालांकि, अभी तक सवाल यह बना हुआ है कि किसके आदेश पर इन बुजुर्गों को नगरीय सीमा से बाहर छोड़ने के लिए कर्मचारी लेकर गए थे. सीएम की नाराजगी के बाद इस मामले में दो कर्मचारियों और एक उपायुक्त की सेवा समाप्त कर दी गई है.
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नहीं दिखा था बुजुर्ग महिला का दर्द
वीडियो में एक बुजुर्ग महिला भी नजर आ रही है, जो कि दर्द से कराह रही है. आशंका जताई जा रही है कि महिला को जबरन उठाकर गाड़ी में रखा जा रहा था. वीडियो बनाने वाले युवक ने नगर निगम की गाड़ी का पूरा वीडियो बनाया है. अब आरोप लग रहा है कि इंदौर शहर में स्वच्छता के नाम पर फुटपाथ पर रहने वाले बेसहारा बुजुर्गों के साथ जानवरों जैसा व्यवहार किया जाता है. इन बुजुर्गों को नगर निगम के कर्मचारी पकड़कर शहर से दूर ले जाते हैं और फिर उन्हें सुनसान जगह पर छोड़ देते हैं.
कांग्रेस ने सीएम शिवराज पर साधा निशाना
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के राकेश सिंह यादव ने भी शिवराज सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के ये तीर्थ योजना है. जिसमें बेसहारा बुजुर्गों को शहर से बाहर फिकवाया जा रहा है. उन्हें रैन बसेरा में रखने की बजाय शिप्रा गांव में छोड़ा जा रहा है. मुख्यमंत्री को शर्म आनी चाहिए. कड़कड़ाती ठंड में बुजुर्गों के साथ के इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है. आपके माता-पिता भी बुजुर्ग हुए होंगे. क्या आपने उनके साथ ऐसा व्यवहार किया. सरकार इस हरकत के लिए मांफी मांगे और दोषियों पर कार्रवाई करे.