नई दिल्लीः असम से कांग्रेस सांसद प्रद्युत बोरदोलोई ने असम मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल पर कोयला खनन घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया.
असम से लोकसभा सांसद बोरदोलोई ने कहा, 'यह आज़ादी के बाद असम में संभवत: सबसे बड़ा कोयला घोटाला और वन विनाश है.
बोरदोलोई ने कहा, वन अधिकारियों के आपराधिक संरक्षण और असम में वर्तमान सरकार के प्रत्यक्ष संरक्षण के साथ, 2016 से राज्य में बड़े पैमाने पर अवैध कोयला खनन चल रहा है'
उन्होंने कहा कि असम के तिनसुकिया जिले में 20,000 हेक्टेयर से अधिक वन भूमि बर्बाद हो चुकी है.
बोरदोलोई ने कहा कि उनके पास अपने दावे को साबित करने के लिए सभी दस्तावेज हैं.
उन्होंने कहा, 'माफिया वन्यजीवों और वन क्षेत्र में अवैध खनन को अंजाम देने के लिए खनन मशीनों का उपयोग करते हैं.'
उन्होंने कहा कि 20,440 हेक्टेयर क्षेत्र को कवर करने वाले 11 आरक्षित वन कोयला माफिया के चंगुल में आ गए हैं.
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असम सांसद ने कहा कि 11 आरक्षित जंगल जो कि 20,440 हेक्टेयर एरिया को कवर करते हैं, वे सभी कोयला माफिया के चंगुल में आ गए हैं.
बोरदोलोई ने दावा करते हुए कहा कि इस पूरे खनन घोटाले में मुख्यमंत्री, पुलिस अधीक्षक और जिला मजिस्ट्रेट का सीधा संरक्षण है.
बोरोदोलोई ने कहा, 'मुख्यमंत्री महीने में दो बार तिनसुकिया जाते हैं. उन्हें असम में हो रही वन भूमि की लूट के बारे में पूरी जानकारी है.'
उन्होंने आगे कहा, कि वह पहले नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के पास जा चुके हैं लेकिन उनकी दलीलों का कोई फायदा नहीं हुआ.
बोरोदोलोई ने कहा, 'राजनीतिक जटिलता और खासतौर से अधिकारियों की आपसी मिलीभगत से बहुत बड़ा विनाश हो रहा है.'
आपको बता दें कि प्रद्युत बोरदोलोई कांग्रेस के शासन के समय असम के पूर्व पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन थे.